गुरु गोविंद सिंह (Guru Govind Singh) जी सिखों के 10वें गुरु थे। उनका जन्म बिहार के पटना जिले में हुआ था। गुरु गोविंद जी ने खालासा पंथ (Khalsa Panth) की स्थापना की थी। वे अपने जीवन में सत्य, प्रेम, एकता, मधुरता और सहनशीलता (Guru Govind Singh ji Life) के लिए पहचाने जाते हैं।
यहां पढ़ें गुरु गुरु गोविंद सिंह जी के 10 अनमोल वचन-Guru Govind Singh Quotes in Hindi
1. गुरु गोविंद सिंह जी के अनुसार इंसान से प्रेम करना ही, ईश्वर की सच्ची आस्था और भक्ति है।
2. हे प्रभु, मुझे अपना आशीर्वाद प्रदान करें, ताकि मैं कभी भी अच्छे कर्मों को करने में जरा भी संकोच ना करूं।
3. इंसान को वैभव, सुख और स्थायी शांति तब ही प्राप्त होगी, जब कोई व्यक्ति अपने भीतर बैठे स्वार्थ को पूरी तरह से समाप्त कर देगा।
4. भगवान के नाम के अलावा आपका कोई भी सच्चा मित्र नहीं है। अत: सदा ईश्वर का स्मरण करें।
5. आप अपने द्वारा किए गए अच्छे कर्मों से ही ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं और ईश्वर भी हमेशा अच्छे कर्म करने वालों की सहायता करता है।
6. ईश्वर के सभी अनुयायी इसी का चिंतन करते हैं और इसी को देखते हैं.
7. गोविंद सिंह जी कहते हैं जब आप अपने अंदर बैठे अहंकार को मिटा देंगे, तभी आपको वास्तविक शांति की प्राप्त होगी।
8. भगवान ने सभी को जन्म इसीलिए दिया है ताकि हम इस संसार में अच्छे कार्य करके समाज में फैली बुराइयों को दूर करें।
9. किसी भी निर्बल व्यक्ति पर कभी अपनी तलवार चलाने के लिए उतावले मत होइए, वर्ना विधाता आप का ही खून बहाएगा।
10. अगर आप केवल अपने भविष्य के विषय में ही सोचते रहेंगे, तो अपने वर्तमान को भी खो देंगे।