टोक्यो:जापान की कुल 59 प्रतिशत आबादी टोक्यो में कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण आगामी टोक्यो ओलंपिक खेलों को रद्द किए जाने के पक्ष में है। जापान के राष्ट्रीय समाचार पत्र योमिउरी शिंबुन ने व्यक्तिगत तौर पर कराए ताजा सर्वे के आधार पर सोमवार को यह दावा किया है।(फोटो सौजन्य- UNI)
देश भर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते सात से नौ मई के बीच यह सर्वे कराया गया था। इसके मुताबिक जापान के छह प्रांतों के 64 फीसदी लोग ओ लंपिक खेलों को रद्द करने के पक्ष में हैं, जबकि अन्य 41 प्रान्तों में यह औसत 57 फीसदी है। 23 फीसदी लोग चाहते हैं कि खेलों का आयोजन हो, लेकिन उनका मानना है कि दर्शकों के बिना आयोजन होना चाहिए, जबकि 16 फीसदी लोग चाहते हैं कि सीमित संख्या में दर्शकों की मौजूदगी में खेलों का आयोजन हो।
मूल रूप से टोक्यो ओलंपिक खेलों का आयोजन 2020 में होना था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।टोक्यो ओलंपिक एक साल के लिये स्थगित किये जाने के कारण अपने कार्यक्रम में भी आमूलचूल परिवर्तन करने पड़े थे।
ओलंपिक खेलों के स्थगित होने का सभी ने स्वागत किया था क्योंकि कोई भी ऐसे वायरस के सामने जोखिम नहीं लेना चाहता था जो कई तरह के टीके आने के बावजूद भी नियंत्रण में नहीं आ पा रहा है। टोक्यो ओलंपिक को लेकर हालांकि शुरू से अनिश्चितता बनी रही।
जिन खिलाड़ियों ने ओलंपिक का टिकट हासिल कर दिया था उन्होंने चुपचाप इंतजार किया है लेकिन जिनका टिकट अभी तक पक्का नहीं हो पाया उन्हें अपना मनोबल बनाये रखने के लिये भी संघर्ष करना पड़ा।
अब इस गर्मियों में 23 जुलाई से आठ अगस्त तक खेलों का आयोजन होना है।उल्लेखनीय है कि गंभीर और खतरनाक हालात के मद्देनजर टोक्यो, ओसाका, क्योटो और ह्योगो प्रांत में 31 मई तक आपातकाल लगा रहेगा। इसके अलावा आइची और फुकुओका में भी आपातकाल लगाया गया है।
पूर्वोत्तर जापान के फुकुशिमा प्रान्त में टोक्यो ओलंपिक 2021 के टॉर्च रिले की शुरुआत मार्च महीने के अंत में शुरु हुई थी। यह रिले पिछले साल प्रस्तावित थी लेकिन कोरोनवायरस (कोविड -19) के प्रकोप के कारण इस दौड़ को एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया था। (स्पूतनिक)