बर्मिंघम। शीर्ष वरीयता प्राप्त डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन ने अपने अनुभव का पूरा फायदा उठाते हुए भारत के युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन को रविवार को लगातार गेमों में 21-10, 21-15 से हराकर आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में पुरुष एकल खिताब जीत लिया।
विक्टर ने यह मुकाबला 53 मिनट में जीता। विक्टर ने दूसरी बार यह खिताब जीता है। उन्होंने 2020 में भी यह खिताब अपने नाम किया था। लक्ष्य अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद विक्टर से पार नहीं पा सके। लक्ष्य यह मौका चूकने से महान प्रकाश पादुकोण (1980) और पुलेला गोपीचंद (2001) की श्रेणी में नहीं पहुंच सके।
इससे पहले दूसरी सीड जापान की अकाने यामागुची ने चौथी सीड दक्षिण कोरिया की एएन सियंग को को 21-15 21-15 से हराकर महिला एकल खिताब जीत लिया। यामागुची ने इस एकतरफा मुकाबले को निपटाने में 44 मिनट का समय लगाया और पहली बार यह खिताब जीता।
यामागुची की यह सफलता टूर्नामेंट में लगातार दूसरे साल जापान की कामयाबी है। पिछले साल जापान की नोजोमी ओकुहारा ने यह खिताब जीता था। पुरुष युगल खिताब इंडोनेशिया के हिस्से में गया जबकि महिला युगल और मिश्रित युगल खिताब जापान के हिस्से में गए। जापान ने प्रतियोगिता में तीन खिताब जीतकर खुद को बैडमिंटन की नयी ताकत साबित कर दिया।