पेरिस। पूरे समय अपनी दिवंगत कोच के बारे में सोचती रहीं चेक गणराज्य की गैर वरीय बारबोरा क्रेजीकोवा ने अनास्तासिया पेवलियुचेंकोवा को 6-1, 2-6, 6-4 से हराकर फ्रेंच ओपन महिला एकल खिताब जीत लिया।क्रेजीकोवा के करियर का एकल खिलाड़ी के तौर पर यह पांचवां टूर्नामेंट है। पिछले पांच साल में रोलां गैरो पर खिताब जीतने वाली वे तीसरी गैर वरीय खिलाड़ी हैं।
क्रेजीकोवा ने जीत दर्ज करते ही आंखें मूंद लीं और अपनी पूर्व कोच 1998 विंबलडन चैंपियन याना नोवोत्ना को याद किया, जिनका 2017 में कैंसर के कारण निधन हो गया था। उन्होंने कहा, उनके आखिरी शब्द थे कि खेल का मजा लो और ग्रैंडस्लैम जीतने की कोशिश करो। मुझे पता है कि वे कहीं से मुझे देख रही होंगी। इसीलिए दो हफ्ते के भीतर यह संभव हो सका।
वे अब वर्ष 2000 के बाद दोहरा खिताब जीतने वाली पहली महिला खिलाड़ी बनने की कोशिश में होंगी। उस समय मैरी पियर्स ने महिला एकल और युगल दोनों खिताब जीते थे। क्रेजीकोवा और कैटेरिया सिनियाकोवा पहले ही दो ग्रैंडस्लैम युगल खिताब जीत चुकी हैं और अब उन्हें फाइनल खेलना है।
अनास्तासिया के करियर का यह पहला ग्रैंडस्लैम फाइनल था। दूसरे सेट में उन्हें बाएं पैर में चोट का उपचार कराना पड़ा। क्रेजीकोवा के करियर का यह दूसरा डब्ल्यूटीए एकल खिताब है। उन्होंने पिछले महीने फ्रांस के स्ट्रासबर्ग में खिताब अपने नाम किया था।
फ्रेंच ओपन महिला वर्ग में लगातार छठी बार कोई नई चैंपियन बनी हैं। दूसरी वरीयता प्राप्त और चार बार की ग्रैंडस्लैम विजेता नाओमी ओसाका ने एक मैच के बाद मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देकर नाम वापस ले लिया था। मीडिया से बातचीत की अनिवार्यता को लेकर उनकी अधिकारियों से ठन गई थी।
नंबर एक खिलाड़ी ऐश बार्टी को बाएं कूल्हे में चोट के कारण दूसरे दौर से बाहर होना पड़ा। सेरेना विलियम्स चौथे दौर में और गत चैंपियन इगा स्वियातेक क्वार्टर फाइनल में हार गई थीं।(भाषा)