नई दिल्ली। पांच बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकाम (48 किग्रा) और लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) गुरुवार को यहां केडी जाधव हाल में अपने अपने वर्ग से दसवीं महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के इरादे से रिंग में उतरेंगी।
भारत की चार मुक्केबाजों ने पदक दौर में प्रवेश कर लिया है लेकिन अपने छठे स्वर्ण और चैंपियनशिप में सातवें पदक की कोशिश में जुटीं मैरीकाम घरेलू हालात और अपने अपार अनुभव का फायदा उठाकर सेमीफाइनल में उत्तर कोरिया की किम हयांग मि को पस्त कर 24 नवंबर को होने वाले फाइनल में जगह सुनिश्चित करना चाहेंगी। आज पांच वजन वर्गों 48 किग्रा, 54 किग्रा, 60 किग्रा, 69 किग्रा और 81 किग्रा के सेमीफाइनल मुकाबले होंगे जबकि बाकी पांच अन्य के अंतिम चार के मुकाबले शुक्रवार को कराए जाएंगे।
पैंतीस वर्षीय मैरीकाम ने यहां आईजी स्टेडियम में अभ्यास के बाद कहा, मैं आत्मविश्वास से भरी हूं। मैंने अपने कोचों के साथ मिलकर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ रणनीति बनाई है। मैरीकाम ने पिछले साल एशियाई चैंपियनशिप के फाइनल में इस उत्तर कोरियाई मुक्केबाज को पराजित किया था जो काफी फुर्तीली और आक्रामक खेलती हैं। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में दावेदारों में शुमार दक्षिण कोरियाई प्रतिद्वंद्वी चोरोंग बाक को शिकस्त दी थी।
इस मणिपुरी खिलाड़ी ने कहा, मैं जानती हूं कि कब मुझे गार्ड नीचे रखना है और कब पंच मारना है। मैंने इस पर काफी काम किया है। वहीं 21 साल की लवलीना वेल्टरवेट के सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की चेन निएन चिन के खिलाफ जीत दर्ज करके इस मुक्केबाज से मिली हार का बदला चुकता करना चाहेंगी। हालांकि पिछली बार जब वे इस मुक्केबाज से भिड़ीं थीं तो काफी नई थीं जिसे वह स्वीकार भी करती हैं लेकिन मानती हैं कि अब वे मुक्केबाज के तौर पर काफी परिपक्व हो गई हैं।
लवलीना ने अभ्यास के बाद कहा, मैंने उनके वीडियो देखकर योजना तैयार की है, उम्मीद है कि इससे मदद मिलेगी। लवलीना को अपनी पहली विश्व चैम्पियनशिप में पदक दौर में पहुंचने की खुशी है लेकिन वे इसका रंग बदलकर ओलंपिक क्वालीफायर की तैयारियों को पुख्ता करना चाहती हैं।
उन्होंने कहा, मैं स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं ताकि यहां के अनुभव से मुझे ओलंपिक क्वालीफायर में मदद मिले। यहां जीत से आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी और अनुभव काफी काम आएगा। दो और अन्य भारतीयों सोनिया (57 किग्रा) और सिमरनजीत कौर (64 किग्रा) ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया है, जो शुक्रवार को रिंग में भाग्य आजमाएंगी, लेकिन दोनों अपनी बाउट की तैयारियों में जुटी हैं।
सोनिया ने कहा, मैं उत्तर कोरिया की जो सोन ह्वा को पहले भी हरा चुकी हूं। हम दोनों एक-दूसरे की खेलने की शैली से वाकिफ हैं, लेकिन मैंने अपने कोचों के साथ मिलकर रणनीति तैयार की है, जिससे मैं आत्मविश्वास से भरी हूं। सिमरनजीत ने अभ्यास करने से पहले कहा, मैंने कड़ी मेहनत की है और मुकाबले के लिए तैयार हूं।