हो चि मिन्ह सिटी। पांच बार की विश्व चैंपियन, ओलम्पिक पदक विजेता मुक्केबाज और राज्यसभा सांसद एमसी मैरीकॉम ने 48 किग्रा लाइट फ्लाइवेट वर्ग के सेमीफाइनल में जापान की सुबासा कोमुरा को एकतरफा अंदाज में मंगलवार को 5-0 से पीटकर एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में प्रवेश कर लिया।
मैरीकॉम ने इस तरह एशियाई चैंपियनशिप में अपना छठा पदक पक्का कर लिया है। 34 वर्षीय मैरीकॉम ने इस प्रतियोगिता में इससे पहले चार स्वर्ण और एक रजत पदक जीता है। फाइनल में पहुंचते ही मैरीकॉम की निगाहें अब पांचवें स्वर्ण पदक पर होंगी। उन्होंने 2003, 2005, 2010 और 2012 में इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीते हैं। 2008 में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। राज्यसभा सांसद मैरीकॉम पांच साल 51 किलोग्राम में भाग लेने के बाद 48 किलोग्राम वर्ग में लौटी हैं।
मैरीकॉम ने सेमीफाइनल मुकाबले में जापान की सुबासा कोमुरा को पूरी तरह धो दिया। उन्होंने 5-0 के स्कोर से जीत हासिल की। पूरे मैच में वह प्रतिद्वंदी मुक्केबाज पर हावी रहीं। अगर वह फाइनल में खिताब अपने नाम करती हैं, तो यह किसी भारतीय मुक्केबाज का 48 किलोग्राम की श्रेणी में पहला एशियाई स्वर्ण होगा।
मणिपुर की मुक्केबाज सालभर बाद रिंग में लौटीं और उन्होंने अपने विशाल अनुभव से जापानी बॉक्सर को आसानी से हराया। पहले राउंड से ही कोमुरा ने दूरी बनाई हुई थी और उन्हें उम्मीद थी कि वह दूसरे चरण में मैरीकॉम पर दबाव बनाएंगी, लेकिन भारतीय बॉक्सर ने कोमुरा को उनके पंचों का अच्छा जवाब दिया और जीत हासिल की।
मैरीकॉम का सामना अब मंगोलिया की मुक्केबाज जार्गालान ओचिरबाट और उत्तरी कोरिया की मुक्केबाज किम हयांग मी के बीच खेले जाने वाले मुकाबले की विजेता खिलाड़ी से होगा। (वार्ता)