नई दिल्ली। वर्ष 2016 में इंग्लैंड में हुई एफआईएच चैंपियंस ट्रॉफी में ऐतिहासिक रजत पदक हासिल करने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम 23 जून से एक जुलाई तक हॉलैंड के ब्रेडा में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में दुनिया की शीर्ष टीमों को टक्कर देगी।
चैंपियंस ट्रॉफी में मेजबान और यूरोपीय चैंपियन हॉलैंड, ओलंपिक स्वर्ण विजेता अर्जेंटीना, विश्वकप, विश्व लीग और चैंपियंस ट्रॉफी का विजेता ऑस्ट्रेलिया, ओलंपिक रजत विजेता बेल्जियम, एशियाई चैंपियन भारत और तीन बार का चैंपियंस ट्रॉफी विजेता पाकिस्तान उतरेंगे।
मेजबान हॉलैंड, ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना और विश्व चैंपियन आस्ट्रेलिया ने स्वत: ही इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया था जबकि बेल्जियम, भारत और पाकिस्तान को एफआईएच के कार्यकारी बोर्ड ने टूर्नामेंट के लिए आमंत्रित किया है। एशियाई हॉकी की दो सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी टीमों भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला शनिवार 23 जून को खेला जाएगा।
भारत ने दो साल पहले हुई चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन किया था और उसे फाइनल में आस्ट्रेलिया के हाथों पेनल्टी शूटआउट में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत पहली बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा था। इससे पहले भारत को 1982 में तीसरा स्थान मिला था जबकि वह 1983, 1996, 2002, 2003, 2004, 2012 और 2014 में चौथे स्थान पर रहा था।
भारत का हाल में मलेशिया के इपोह में हुए सुल्तान अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट में निराशाजनक प्रदर्शन रहा था और छह टीमों के बीच उसे पांचवां स्थान मिला था। भारत को अप्रैल में आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भी हिस्सा लेना है जिसके लिए मनप्रीत सिंह की कप्तानी में टीम की घोषणा कर दी गई है।
चैंपियंस ट्रॉफी इन बड़ी टीमों के लिए 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक भारत के ओडिशा में होने वाले विश्वकप से पहले आखिरी बड़ा टूर्नामेंट होगा। हालांकि भारतीय टीम अगस्त में होने वाले एशियाई खेलों में अपने स्वर्ण पदक का बचाव करने उतरेगी। (वार्ता)