करिश्माई फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री गुरुवार को यहां जब कुवैत के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग मैच में आखिरी बार मैदान पर भारत की अगुवाई करेंगे तो भावनाएं उफान पर होंगी और टीम उन्हें जीत के साथ विदाई देना चाहेगी।
भारतीय टीम के लिए यह मैच करो या मरो की तरह है। टीम अगर इस मैच को जीतती है तो वह पहली बार 18 टीमों के क्वालीफायर के अंतिम चरण के लिए क्वालीफाई करने के लिए काफी बेहतर स्थिति में होगी।छेत्री पिछले 19 साल से भारतीय फुटबॉल के ध्वज वाहक रहे हैं और 39 वर्ष का यह खिलाड़ी खुद भी टीम के लिए अपना सब कुछ झोंकने के लिए तैयार होगा।
चार-चार टीमों के नौ समूहों में से शीर्ष दो टीमें क्वालिफिकेशन के तीसरे चरण में पहुंचेंगी। फीफा ने विश्व कप में एशिया के कोटे में आठ बर्थ का इजाफा किया है और तीसरे चरण के बाद ही इसे हासिल करने वालों का फैसला होगा।
उत्तरी अमेरिका में होने वाले 2026 विश्व कप में भारतीय टीम की कल्पना करना थोड़े दूर के सपने की तरह है। कुवैत पर जीत से हालांकि टीम को कम से कम 10 मैचों में एशिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का मौका मिल सकता है। टीम को इसके साथ बेहतर टीमों के खिलाफ अभ्यास मैच खेलने का भी मौका मिलेगा।
भारत ग्रुप ए में चार मैचों में चार अंकों के साथ कतर (12 अंक) के बाद दूसरे स्थान पर काबिज है। अफगानिस्तान गोल अंतर से पिछड़कर तीसरे स्थान पर है। कुवैत तीन अंक के साथ आखिरी पायदान पर है।
भारतीय टीम अगर कुवैत को हराने में सफल रहती है तो वह अफगानिस्तान पर बढ़त बना सकती है। अफगानिस्तान गुरुवार को ही कतर का सामना करेगा। अफगानिस्तान गोल अंतर के मामले में भारत से सात गोल पीछे है और भारत की जीत के बाद उसके लिए इस अंतर को पाटना काफी मुश्किल होगा।
भारतीय टीम इसके बाद मंगलवार को कतर का सामना करेगी जबकि अफगानिस्तान के सामने कुवैत की चुनौती होगी।छेत्री के नाम 150 मैचों में 94 गोल है और वह सक्रिय खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनेल मेस्सी के बाद सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने वालो की सूची में तीसरे स्थान पर है।
छेत्री का करियर साल 2000 में मोहन बागान से जुड़ने के बाद इसी मैदान में परवान चढ़ा था ऐसे में अपने चहेते खिलाड़ी को भारतीय टीम की जर्सी में आखिरी बार देखने के लिए यहां का सॉल्ट लेक स्टेडियम दर्शकों से खचाखच भरा होगा।
कुवैत के खिलाफ छेत्री के यादगार लम्हों में 2023 सैफ चैम्पियनशिप का मुकाबला है जहां उनकी मदद से सहल अब्दुल समद ने बराबरी का गोल किया और फिर शूटआउट में भारत से 5-4 से मैच जीता।
विश्व कप क्वालीफायर में दोनों टीमों के शुरुआती मैच में मनवीर सिंह के गोल से भारत ने जीत दर्ज की थी।
भारतीय टीम इसके बाद अंतरराष्ट्रीय मैच में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी। उसे कतर के खिलाफ 0-3 की हार के बाद एशियाई कप के तीनों मैचों में शिकस्त मिली।
विश्व कप क्वालीफायर में घरेलू मैदान पर टीम के खिलाफ अफगानिस्तान ने 2-1 की उलटफेर भरी जीत दर्ज की।छेत्री के बाद गुरप्रीत सिंह संधू 71 मैचों के साथ टीम के दूसरे सबसे अनुभवी खिलाड़ी है।
भारत हालांकि इस मैच के लिए पुख्ता तैयारी के साथ उतरेगा। टीम ने आई-लीग के फॉरवर्ड एडमंड लालरिंडिका (इंटर काशी) और डेविड लालहलनसंगा (मोहम्मडन स्पोर्टिंग) के रूप में कुछ दिलचस्प बदलाव किए हैं। यह पांच साल में पहली बार है जब दूसरे स्तर की लीग से कोई खिलाड़ी राष्ट्रीय पदार्पण करने के लिए तैयार होगा।
टीम को रक्षापंक्ति में संदेश झिंगन की अनुपस्थिति से जूझना होगा जो जनवरी में एशियाई कप में चोट के कारण बाहर हो गए हैं। राहुल भेके, अनवर अली और सुभाशीष बोस जैसे खिलाड़ियों पर उनकी कमी को पूरा करने की जिम्मेदारी होगी।
टीम को लालियानजुआला छांगते से भी उम्मीदे होगी। उन्होंने आईएसएल सत्र में मुंबई सिटी के लिए 10 गोल किये और छह गोल में सहायक की भमिका निभाई।
वह इस लय को कुवैत के खिलाफ भी बरकरार रखना चाहेंगे, जिनके पास डिफेंस में हसन अल-एनेजी जैसा अनुभवी खिलाड़ी है।कुवैत ने पिछले मैच में अफगानिस्तान को 4-0 से रौंदा था और उसके हौसले बढ़े हुए होंगे।(भाषा)
टीमें:
भारत:गुरप्रीत सिंह संधू (गोलकीपर); निखिल पुजारी, सुभाशीष बोस, अनवर अली, जय गुप्ता, जैक्सन सिंह, अनिरुद्ध थापा, नाओरेम महेश सिंह, ब्रैंडन फर्नांडीस, लालियानजुआला चांगटे, सुनील छेत्री.
कुवैत:सुलेमान अब्दुलगफर (गोलकीपर), राशेद अल-दोसारी, खालिद अल इब्राहिम, हसन अल-एनेजी, सलमान बोरमेया, ईद अल-रशीदी, हमद अल-हरबी, फैसल जायद, अजबी शेहाब, मोहम्मद दाहम, यूसुफ़ नासिर।
मैच : शाम सात बजे शुरू होगा।