मुंबई। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने मंगलवार को पैरा एथलीट दीपा मलिक की जिंदगी की कहानी को प्रेरणादायी करार दिया। दीपा मलिक ने पिछले सप्ताह गोला फेंक एफ-53 स्पर्धा में रजत पदक जीतकर इतिहास रचा था। वह पैरालंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थी।
साक्षी ने आज यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, नहीं यह सच नहीं है (कि सरकार पैरालंपिक पदक विजेताओं को नजरअंदाज कर रही है)। परालंपिक हो या ओलंपिक मैचों का स्तर समान होता है। मैं अभी दीपा मलिक से मिली और उन्होंने मुझे अपनी कहानी बतायी। उनकी कहानी प्रेरणादायी है। मैंने उनसे काफी कुछ सीखा।
उन्होंने कहा, उन्होंने (दीपा मलिक) ने भारत के लिए रजत पदक जीता है। उन्हें भी समान दर्जा दिया जाना चाहिए और सरकार उनके लिए काफी कुछ कर रही है। मैंने सुना कि मेरे से अधिक सम्मान उन्हें मिले हैं और मैं इससे बहुत खुश हूं। बॉलीवुड की अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा भी इस अवसर पर उपस्थित थी। (भाषा)