ओलंपिक से खाली हाथ लौटे खिलाड़ियों को किम जोंग का दशहत भरा इनाम उत्तर कोरिया के उन तमाम खिलाड़ियों की शामत आने वाली है जो हाल ही में संपन्न हुए रियो ओलंपिक से ख़ाली हाथ लौटे हैं। तानाशाह किम जोंग ने उन तमाम खिलाड़ियों को कोयले की खदान में काम करवाने का आदेश दिया है जो मेडल नहीं जीत पाए। इतना ही नहीं, इनके राशन कार्ड भी छीन लिए जाएंगे जिसका मतलब हुआ कि भूखो मरना क्योंकि उत्तर कोरिया में राशन सिर्फ सरकारी दुकानों पर मिलता है।
बात सिर्फ खिलाड़ियों पर आकर ही ख़त्म नहीं हो जाती। हारने वाले खिलाड़ियों के परिवारवालों को भी कोयला खदानों में काम पर लगाया जाएगा। किम जोंग ने खिलाड़ियों को 5 गोल्ड का टारगेट दिया था, लेकिन उत्तर कोरिया ने सिर्फ दो ही गोल्ड जीते हैं जबकि उसके जानी दुश्मन देश दक्षिण कोरिया ने 21 मेडल जीते हैं जिनमें 9 गोल्ड मेडल हैं जबकि उत्तर कोरिया 7 मेडल ही जीत पाया है और उसमें दो ही गोल्ड मेडल शामिल हैं। किम जोंग इसी बातो को लेकर गुस्से में है, वहीं उत्तर कोरिया की एक जिम्नास्ट पदक जीतने के बाद भी बहुत परेशान है क्योंकि उसने ओलंपिक में सेल्फी ले ली थी।
हांग यूं जूंग उत्तरी कोरिया की पहली महिला जिमनास्ट हैं, जिन्होंने अपने देश का नाम ऊंचा किया। लेकिन सबसे बड़े दुश्मन देश की खिलाड़ी के साथ सेल्फी आने के बाद से ही उत्तर कोरियाई टीम में खलबली मच गई। बताया जा रहा है कि इस तस्वीर को देख तानाशाह नाराज हो सकता है और मेडल जीतने वाली एथलीट की पीठ थपथपाने के बजाय उसे सजा-ए-मौत तक दे सकता है।
आपको बता दें कि उत्तर कोरिया में दक्षिण कोरिया से किसी भी तरह का संबंध रखने या संपर्क करने की इजाज़त नही है। इसमें पत्राचार, फोन और ई-मेल शामिल है। इससे पहले जोंग ने 2010 फुटबॉल वर्ल्ड कप में उत्तर कोरिया की टीम को हारने पर खिलाड़ियों से कोयले की खदान में मजदूरी करवाई और फिर ठंड में तड़पने के लिए छोड़ दिया था।