AUSvsENG : इंग्लैंड ने फीफा महिला विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल में बुधवार को मेज़बान ऑस्ट्रेलिया को 3-1 से हराकर पहली बार फाइनल का टिकट कटा लिया। (FIFA Women's World Cup Semi Final)
स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया पर इंग्लैंड का पहला गोल एला टून ने 36वें मिनट में किया। सैम कर ने 63वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया के लिये बराबरी का गोल किया, लेकिन लौरेन हेम्प (71वां मिनट) और एलिसा रूसो (86वां मिनट) ने इंग्लैंड का दूसरा और तीसरा गोल जमाकर मेज़बान टीम का चैंपियन बनने का सपना तोड़ दिया।
इंग्लैंड अब रविवार को होने वाले फाइनल में स्पेन का सामना करेगा, जबकि तीसरे स्थान के लिये ऑस्ट्रेलिया का मुकाबला स्वीडन से होगा।
पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंचने का सपना लेकर उतरीं दोनों टीमों ने मैच की आक्रामक शुरुआत की, हालांकि कुछ देर बाद ही इंग्लैंड ने अपने खिलाड़ियों के मज़बूत समन्वय से मैच पर दबदबा बना लिया। इंग्लैंड ने कई मौकों पर गोल करने का अंदेशा दिया, हालांकि ऑस्ट्रेलिया के डिफेंस ने विपक्षी टीम को खाता खोलने का मौका नहीं दिया। रूसो ने टून की सहायता से 19वें मिनट में गोलपोस्ट पर एक निशाना भी लगाया लेकिन उनका कोण सही न होने के कारण वह ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर को परेशान नहीं कर सकीं।
इंग्लैंड ने अंतत: 36वें मिनट में बढ़त बनायी जब रूसो ने पेनल्टी बॉक्स में चौकसी दिखाते हुए टून को गेंद पास की। टून ने गेंद को गोलपोस्ट के शीर्ष कोने में खेला और ऑस्ट्रेलियाई गोलकीपर की पकड़ से बचकर इंग्लैंड को शुरुआती बढ़त दिला दी।
इंग्लैंड ने पहले हाफ में गेंद पर 67 प्रतिशत कब्ज़ा रखने के अलावा ऑस्ट्रेलिया की प्रतिभाशाली फॉरवर्ड सैम कर को भी खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया था। दूसरे हाफ में हालांकि कर ने एली कार्पेंटर और हेली रासो के साथ मिलकर मौके बनाना शुरू किये। ऑस्ट्रेलिया के लगातार प्रयासों का नतीजा उसे 63वें मिनट में मिला जब कर ने 30 गज़ की दूरी से सटीक निशाना लगाकर अपनी टीम के लियेे स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
कर के पास चार मिनट बाद एक और गोल जमाने का मौका था, हालांकि इस मौके पर वह इंग्लैंड के डिफेंस को नहीं भेद सकीं। दूसरी ओर, हेम्प ने मिली ब्राइट की लॉन्ग बॉल की सहायता से इंग्लैड का दूसरा गोल जमाकर ऑस्ट्रेलिया को फिर संकट में डाल दिया।
मेज़बान टीम ने मुकाबले में वापसी का प्रयास किया लेकिन रूसो ने निर्धारित समय समाप्त होने से सिर्फ चार मिनट पहले इंग्लैंड का तीसरा गोल जमाकर ताबूत में आखिरी कील ठोक दी। ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम क्षणों में स्थानापन्न खिलाड़ी मैदान पर उतारकर स्कोर बराबर करने का हर संभव प्रयास किया लेकिन इंग्लैंड ने अपने सुसंगठित डिफेंस की बदौलत खामोश पड़े स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया में मेज़बान टीम को हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
इंग्लैंड की लूसी ब्रॉन्ज़ ने जीत के बाद कहा, “यही एक चीज़ है जो मैं हमेशा से चाहती थी, विश्व कप के फ़ाइनल में होना। मुझे विश्वास नहीं हो रहा। हम सभी ने फाइनल में पहुंचने का सपना देखा है, परिवार और दोस्त फाइनल तक हमारे साथ रहे, उन सभी ने हम पर विश्वास किया और हमारा समर्थन करने के लिये यहां सभी का होना अविश्वसनीय है।”