नई दिल्ली: हॉकी इंडिया ने जमीनी स्तर पर खेल को मजबूती प्रदान करने के लिये मंगलवार को सब जूनियर (अंडर-16) और जूनियर (अंडर-19) अंतर-क्षेत्रीय चैंपियनशिप की शुरुआत करने की घोषणा की।हॉकी इंडिया ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इस पहल का उद्देश्य उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम सहित चार क्षेत्रों में प्रतियोगिताओं का आयोजन करके महिला एवं पुरुष प्रतिभाओं को तलाशना होगा।
पहले अंतर-क्षेत्रीय टूर्नामेंट की शुरुआत 19 मार्च को होगी जिसमें 30 राज्यों की टीमों के भाग लेने की उम्मीद है।
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष एवं पद्मश्री दिलीप टिर्की ने कहा, “क्षेत्रीय चैंपियनशिप युवा एथलीटों को हॉकी इंडिया राष्ट्रीय चैंपियनशिप के समान मैच परिस्थितियों का अनुभव प्रदान करेगी। क्षेत्रीय चैंपियनशिप में चुने गये एथलीटों को राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग लेने की आवश्यकता होगी, जिससे उन्हें अपने हॉकी कौशल को और विकसित करने का अवसर मिलेगा।”
हॉकी इंडिया के महासचिव भोला नाथ सिंह ने कहा कि प्रतिभाशाली एथलीटों को पहचानने के लिये प्रत्येक जोन में चयन समितियां होंगी। उन्होंने कहा, “प्रत्येक जोन का अपना चयन पैनल होगा। चयन समिति में कम से कम तीन सदस्य होंगे। जोनल टीमों के चयनकर्ता और कोच सभी खिलाड़ियों के आगे के विकास पर निगरानी रखने और हमें अपडेट रखने के लिए जिम्मेदार होंगे।”
डॉ टिर्की ने बताया कि यह कार्यक्रम खिलाड़ियों को गोलकीपर और ड्रैग फ्लिकर जैसी विशेष भूमिकाओं के लिये तैयार करने पर भी ध्यान देगा। साथ ही हॉकी इंडिया घरेलू और विदेशी दौरों के लिये अंडर-17 और अंडर-19 टीम बनाने पर भी विचार कर रहा है।
इसी बीच, हॉकी इंडिया ने बताया कि वह अंतर-क्षेत्रीय चैंपियनशिप के लिये एक विशेष कोच पैनल और रेफरी पैनल बना रहा है।
कोच पैनल में एफआईएच स्तर-1 प्रमाणपत्र रखने वाले कोच शामिल होंगे। यह पैनल चैंपियनशिप में भाग लेने वाली टीमों को प्रशिक्षित करने के अलावा घरेलू कोचों का विकास भी सुनिश्चित करेगा।
हॉकी इंडिया के महासचिव ने रेफरी पैनल के बारे में कहा, “मैच अधिकारी उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने कि कोच और खिलाड़ी। हमारे पास पहले से ही देश भर के होनहार तकनीकी अधिकारियों की एक सूची है, वे एक मजबूत मैच अधिकारी पैनल बनाएंगे जो जमीनी स्तर के टूर्नामेंटों का संचालन करेगा।" (एजेंसी)