नई दिल्ली। भारतीय खेलों के गढ़ बन चुके हरियाणा के खिलाड़ियों ने 21वें गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय पदक विजेताओं में दबदबा बनाते हुए सबसे ज्यादा पदक जीते। भारत ने इन खेलों में 26 स्वर्ण सहित कुल 66 पदक जीते जिसमें हरियाणा के खिलाड़ियों ने नौ स्वर्ण, छह रजत और सात कांस्य पदक अपने नाम किए। हरियाणा के खिलाड़ियों ने पिछले ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों से इस बार दो पदक ज्यादा जीते।
ग्लास्गो में हरियाणा के खिलाड़ियों ने पांच स्वर्ण सहित 20 पदक जीते थे। भारत का 226 सदस्यीय दल इन खेलों में उतरा, जिसमें हरियाणा की तरफ से 20 पुरुष और 17 महिला खिलाड़ियों सहित कुल 37 खिलाड़ी शामिल थे। हरियाणा के खिलाड़ियों ने 11 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। हरियाणा के खिलाड़ियों ने निशानेबाजी और कुश्ती में तीन तीन स्वर्ण, मुक्केबाजी में दो स्वर्ण और एथलेटिक्स में एक पदक जीता। निशानेबाजी में हरियाणा के 15 साल के अनीश भनवाला और 16 साल की मनु भाकर ने स्वर्ण पदक जीतकर प्रदेश और देश का नाम रौशन किया। अनीश कशांदी के और मनु झज्जर की हैं।
हरियाणा के तीसरे स्वर्ण विजेता निशानेबाज जगाधरी के संजीव राजपूत रहे। एथलेटिक्स में भाला फेंक में रिकार्डतोड़ प्रदर्शन करने वाले 20 साल के नीरज चोपड़ा हरियाणा के खांद्रा गांव के हैं जबकि डिस्कस में लगातार चौथा पदक जीतने वाली सीमा पूनिया सोनीपत की हैं। पुरुष खिलाड़ियों में स्वर्ण विजेता पहलवान बजरंग खुदान और विनेश फोगाट बलाली से हैं। हरियाणा के अन्य पदक विजेताओं में सोमवीर, मौसम खत्री, बबीता, किरण, साक्षी मलिक, पूजा ढांडा, मुक्केबाजों में अमित, मनीष कौशिक, मनोज कुमार, नमन तंवर और विकास कृष्णन, निशानेबाजों में अंकुर मित्तल, अनुराज सिंह शामिल हैं। (वार्ता)