बेंगलुरु। भारतीय हॉकी टीम के विश्लेषणात्मक कोच क्रिस सिरिलो ने बुधवार को कहा कि ड्रैग फ्लिक की क्षमता में सुधार करने के अलावा वे खिलाड़ियों में जीत की आदत भी डलवाना चाहते हैं। सिरिलो ने कहा कि यह बहुत अच्छा अवसर है। मैं भारत और इसकी संस्कृति को जानता हूं।
सिरिलो ने कहा कि मुझे लगता है कि हम काफी मैच जीत सकते हैं लेकिन मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि इन खिलाड़ियों को जीत की समझ हो। विश्लेषणात्मक कोच के रूप में इस पर मेरा मुख्य ध्यान है। भारतीय टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने सिरिलो के विश्लेषणात्मक कोच बनाए जाने की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मैं क्रिस को लेकर उत्साहित हूं। वह पक्का ऑस्ट्रेलियाई है, जो जीत पर ज्यादा जोर देता है।
मनप्रीत सिंह ने कहा कि मैं उन्हें पिछले कुछ महीनों से जानता हूं। मैं खिलाड़ियों में जीत की आदत भरने को लेकर उनके उत्साह को देखकर हैरान हूं। हमारे अधिकतर खिलाड़ी जीत के अच्छे पहलुओं को सीख रहे हैं और मैं भी अपवाद नहीं हूं।
सिरिलो 2014 में हेग विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल्स में हैट्रिक के कारण चर्चा में आए थे। मुख्य कोच सोर्ड मारिन को सुझाव देने के अलावा सिरिलो आगे की महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं से पहले भारतीय ड्रैग फ्लिकर के साथ काम करेंगे।
सिरिलो ने कहा कि ड्रैग फ्लिकिंग केवल फ्लिकिंग नहीं हैं। यह इससे बढ़कर है। यह 33 प्रतिशत बेहतर पुश से जुड़ा है। अन्य 33 प्रतिशत अच्छी टैपिंग और 34 प्रतिशत फ्लिकिंग है। मैं ड्रैग फ्लिकर्स को इन तीनों हुनर में निखारने का काम कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि अगर इनमें से एक हुनर गलत होता है तो आप गोल नहीं कर पाते। (भाषा)