इपोह (मलेशिया)। भारत की युवा और अनुभवहीन टीम को अजलन शाह कप हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में क्वालीफाई करने की उम्मीदें जीवंत रखने के लिए यहां आयरलैंड पर बड़ी जीत दर्ज करने के अलावा अन्य मैचों के नतीजे अपने पक्ष में होने की उम्मीद करनी होगी।
पहले 3 मैचों में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहने के बाद भारतीय टीम ने मेजबान मलेशिया को बुधवार को 5-1 से रौंदकर टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। इससे पहले भारत को ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना के खिलाफ 2-3 और विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-4 से हार का सामना करना पड़ा जबकि टीम ने इंग्लैंड से 1-1 से ड्रॉ खेला।
ऑस्ट्रेलिया की टीम 4 मैचों में 4 जीत के साथ पहले ही फाइनल में जगह बना चुकी है जबकि आयरलैंड के अलावा बाकी चारों टीमों के पास खिताबी मुकाबले में जगह बनाने का मौका है। ऑस्ट्रेलिया 12 अंक के साथ शीर्ष पर चल रहा है जबकि अर्जेंटीना 7 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है। मलेशिया के 6, इंग्लैंड के 5 और भारत के 4 अंक हैं। आयरलैंड की टीम लगातार 4 हार के साथ पहले ही प्रतियोगिता से बाहर हो गई है।
भारत को हालांकि बुधवार के मैच में आयरलैंड को बड़े अंतर से हराने के अलावा उम्मीद करनी होगी कि ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना को हरा दे जबकि इंग्लैंड और मलेशिया के बीच अंतिम राउंड रॉबिन मुकाबला ड्रॉ छूटे। इस साल राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेलों सहित 4 बड़ी प्रतियोगिताओं को देखते हुए भारत ने टूर्नामेंट में अनुभवी सरदार सिंह के मार्गदर्शन में युवा टीम उतारी है।
भारत के मुख्य कोच शोर्ड मारिन बड़े टूर्नामेंटों के लिए टीम का फैसला करने से पहले सभी विकल्पों को परखना चाहते हैं। भारतीय खिलाड़ियों को लय में आने में समय लगा और पहले 3 मैचों में उन्होंने गलतियां कीं लेकिन मलेशिया के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया।
मलेशिया के खिलाफ शिलानंद लाकड़ा, गुरजंत सिंह, सुमीत कुमार और रमनदीप सिंह ने गोल दागे और मारिन को शुक्रवार को भी अपने फॉरवर्ड्स से इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी। कप्तान सरकार को प्रेरणादायी प्रदर्शन करना होगा, क्योंकि टूर्नामेंट में साधारण प्रदर्शन उनके शानदार करियर का अंत कर सकता है।
भारत शुक्रवार को दूसरे मैच के लिए मैदान में उतरेगा और उससे पहले अर्जेंटीना बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच का नतीजा आ चुका होगा। (भाषा)