लंदन। पहले मैच में इंग्लैंड को हराने का मौका गंवाने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम अपनी गलतियों से सबक लेकर विश्व कप में गुरुवार को निचली रैंकिंग वाली आयरलैंड को हराकर पहली जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी।
पूल बी के पहले मैच में भारत ने दुनिया की दूसरे नंबर की टीम इंग्लैंड से 1-1 से ड्रॉ खेला। खेल के 54वें मिनट में एक गोल से बढत बरकरार रखने के बावजूद भारत ने आखिरी क्षणों में बराबरी का गोल गंवा दिया। विश्व रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज भारत का सामना अब 16वीं रैंकिंग वाली आयरलैंड से है लेकिन उसे हलके में लेने की गलती शोर्ड मारिन की टीम कतई नहीं करेगी।
सातवीं रैंकिंग वाली अमेरिका को 3-1 से हराकर आयरलैंड फिलहाल पूल बी में शीर्ष पर है। वह गुरुवार को जीत जाती है तो नॉकआउट चरण में प्रवेश तय हो जाएगा। दूसरी ओर भारत को कल हर हालत में जीतना होगा। भारत को पिछले साल जोहानिसबर्ग में हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल में आयरलैंड ने 2-1 से हराया था। रानी रामपाल की अगुवाई वाली टीम कल उस हार का बदला चुकता करना चाहेगा।
भारतीय सहयोगी स्टॉफ और गोलकीपर सविता का मानना है कि वह हार अतीत की बात है और उनकी टीम आयरलैंड को हरा सकती है। उन्होंने कहा, पिछले साल भी मैच में हम आगे थे लेकिन दो पेनल्टी कार्नर गंवाना भारी पड़ गया। हमारा डिफेंस मजबूत है और हम आक्रामक हॉकी खेलते हैं जिससे हमारी टीम काफी मजबूत हुई है।
भारतीय टीम को अपने खेल में सुधार के साथ उतरना होगा। इंग्लैंड के खिलाफ वे एक भी पेनल्टी कार्नर नहीं बना सके। गोलकीपर सविता ने हालांकि कई गोल बचाए। इंग्लैंड को मैच में छह पेनल्टी कार्नर मिले थे जिनमें से आखिरी पर ही रिबाउंड पर गोल हो सका।
भारत गुरुवार को जीतने पर शीर्ष पर पहुंच जाएगा। उसे 29 जुलाई को अमेरिका से आखिरी लीग मैच खेलना है। दूसरे मैच में स्पेन पूल सी में दक्षिण अफ्रीका से खेलेगा। (भाषा)