Asian Champions Trophy INDvsCHN : मेजबान चीन को सिर्फ 1 गोल से हराकर भारत ने अपने एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी का बचाव कर लिया। भारत की ओर से एकमात्र गोल 53वें मिनट में आया जब खेल खत्म होने में सिर्फ 7 मिनट बचे थे। जुगराज सिंह ने अभिषेक के पास को नेट्स में डाल दिया। ज्यादातर पेनल्टी कोर्नर पर निर्भर भारतीय हॉकी टीम को इस बार एक मैदानी गोल ने जीत दिलाई।
इससे पहले पहली बार एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी का फाइनल खेलने उतरी चीन ने कई बार भारत को परेशानी में डाला लेकिन निर्णायक गोल करने में असफल रही । भारत ने यह अपना पांचवा एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी खिताब जीता है।
चीन ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान को पेनल्टी शूटआउट में अप्रत्याशित 2-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था। वहीं भारत ने दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। भारत इस बार भी पूरे टूर्नामेंट में अविजित रहा।
इससे पहले भारत को मैच के 10वें मिनट में एक के बाद एक दो पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन भारतीय टीम उन्हें भुना नहीं सकी। पहले क्वॉर्टर में दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने का मिला। जिसमें आखिरी मिनट में चीन को एक पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन गोल करने में नाकाम रहे।
दूसरे क्वार्टर में चीन की टीम ने भारत को कड़ी टक्कर दी। भारतीय टीम को गोल करने के मौके मिले, लेकिन चीनी रक्षकों ने भारतीय आक्रमण को विफल कर दिया। इसके बाद तीसरा क्वार्टर भी गोल रहित रहा। तीसरे क्वार्टर में चीन की टीम ने आक्रामक खेल दिखाया और कुछ मौके उन्होंने जरूर बनाए, लेकिन वह भारतीय रक्षापंक्ति चक्रब्यूह को भेदने में असफल रही।
चौथे क्वार्टर में जुगराज ने 53वें मिनट में गोल दागकर भारत 1-0 की बढ़त दिलाई। यह बढ़त निर्णायक रही और भारत ने चीन को 1-0 से हराकर खिताब जीता।गौरतलब है कि पहले लीग मैच में भारत ने मेजबान टीम को 3-0 से धूल चटाई थी।