IND vs AUS हरमनप्रीत की अगुवाई वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम पर्थ में शनिवार से शुरु वाली पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला जीतकर एक दशक के सूखे को खत्म करने के इरादे से उतरेगी।श्रृंखला का पहला मैच छह अप्रैल को पर्थ में होगा। दूसरा मैच सात, तीसरा 10, चौथा 12 तथा पांचवां मैच 13 अप्रैल को खेला जायेगा। इस श्रृंखला को पेरिस ओलंपिक की तैयारियों के मद्देनजर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारतीय टीम का लक्ष्य टेस्ट श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया को हराकर एक दशक के सूखे को समाप्त करना है। भारत इससे पहले 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी की धरती पर टेस्ट सीरीज जीती थी।
आंकड़ों के अनुसार भारतीय हॉकी टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच वर्ष 2013 से अब तक कुल 43 बार भिड़ंत हुई हैं। इन मुकाबलों में ऑस्ट्रेलिया 28 बार विजयी हुआ है, जबकि भारत को आठ मैचों में जीत हासिल हुई है। सात मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं। वर्तमान विश्व रैंकिंग में भारत चौथे और ऑस्ट्रेलिया पांचवें स्थान पर है।
भारतीय टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन इस दौरे को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “यह श्रृंखला पेरिस ओलंपिक से पहले हमारी टीम की तैयारियों के लिए एक लिटमस टेस्ट के रूप में कार्य करती है। हमारा लक्ष्य अपनी रणनीतियों को बेहतर बनाना और सुधार के लिए क्षेत्रों की पहचान करना है ताकि हम सुनिश्चित कर सकें कि हम मेगा इवेंट के लिए हम चरम फॉर्म में हैं। हमारा ध्यान अपने गेम प्लान को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने और ऑस्ट्रेलियाई पक्ष द्वारा पेश की गई चुनौतियों से निपटने पर होगा।”
कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा, “हम आगे आने वाली चुनौती के लिए तैयार हैं। हर मैच हमारे लिए अपने कौशल दिखाने और अपने देश को गौरवान्वित करने का एक अवसर है। हम ऑस्ट्रेलिया द्वारा पेश की जाने वाली कड़ी प्रतिस्पर्धा से अवगत हैं। हमें अपनी क्षमताओं और अपनी तैयारियों पर भरोसा है। एक टीम के रूप मे एकजुट के साथ मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा लक्ष्य न केवल इस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करना है, बल्कि एक टीम के रूप में सीखना और आगे बढ़ना भी है यह पेरिस ओलंपिक में हमारे अभियान की नींव।”
पेरिस ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया, भारत के समान ग्रुप बी में है, इसलिए दांव पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। टेस्ट श्रृंखला दोनों टीमों को पेरिस में होने वाले अंतिम मुकाबले से पहले एक-दूसरे की ताकत और कमजोरियों का परखने का एक सही मंच है।(एजेंसी)