नई दिल्ली। भारत की जूनियर और युवा मुक्केबाजों ने स्वीडन के बोरास में खेली गई गोल्डन गर्ल चैम्पियनशिप में छह स्वर्ण जीतने के साथ कुल 14 पदक और ‘सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज’ का खिताब हासिल किया।
भारतीय मुक्केबाजी संघ से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक जूनियर महिला टीम ने 5 स्वर्ण, 3 रजत और 1 कांस्य पदक हासिल किए जबकि युवा टीम ने रविवार को संपन्न हुई प्रतियोगिता में 1 स्वर्ण और 4 कांस्य पदक हासिल किए।
जूनियर वर्ग में भाग लेने वाली हरियाणा की प्राची धनखड़ (50 किग्रा) ने ‘सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज’ का खिताब हासिल किया। प्राची के अलावा इस वर्ग में एथोबी चानू वांगजोन (54 किग्रा), लशु यादव (66 किग्रा) और माही राघव (80 किग्रा) ने भी स्वर्ण जीते।
युवा वर्ग में मुस्कान (54 किग्र) ने स्वर्ण पदक हासिल किया। सान्या नेगी (57 किग्रा), दीपिका (64 किग्रा), मुस्कान (69 किग्रा) और साक्षी जहदेल (75 किग्रा) को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
जूनियर वर्ग में जान्हवी चुरी (46 किग्रा), रूडी लालमिंघमुनी (66 किग्रा) और तनिष्का पाटिल (80 किग्रा) ने रजत जबकि दीया नेगी ने 60 किग्रा में कांस्य पदक जीता।