PR Sreejesh : दो ओलंपिक पदक जीत चुके महान हॉकी खिलाड़ी पी आर श्रीजेश ने शुक्रवार को कहा कि अगर भारत को ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करना है तो जमीनी स्तर पर निवेश और प्रतिभा की पहचान जरूरी है। छत्तीस वर्ष के श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद खेल को अलविदा कह दिया।
श्रीजेश ने आरसीबी इनोवेशन लैब इंडियन स्पोटर्स समिट में कहा , एक्सपोजर जरूरी है। विश्व स्तर पर खेलना और अच्छा प्रदर्शन करना हर किसी का सपना होता है।
उन्होंने कहा , ओलंपिक इस मायने में भी अनूठे हैं क्योंकि उसमें मानसिक दबाव काफी होता है । इस स्तर पर अच्छे प्रदर्शन के लिये खिलाड़ियों को तैयार करना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा , जब हमने खेलना शुरू किया तो खेल के इतिहास के बारे में सुना करते थे। अब हम युवाओं को बता सकते हैं कि हम विश्व स्तर पर क्या हासिल कर सकते हैं। जब मैं हॉकी इंडिया के लिए अंडर 21 खिलाड़ियों के साथ काम करता हूं तो मैं उन्हें यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि वे भी सफलता हासिल कर सकते हैं।
उन्होंने कहा , 2036 ओलंपिक की बात करें तो हमें 12 से 14 साल के बीच की प्रतिभाएं तलाशनी होंगी । हमें अपने तंत्र में खेल संस्कृति डालनी होगी। सिर्फ पदक जीतने के लिए ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी। (भाषा)