विश्व के पूर्व नंबर एक युगल खिलाड़ी लिएंडर पेस तथा भारत के प्रसारक और प्रमोटर विजय अमृतराज अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले एशियाई पुरुष बन गये हैं।इन दोनों के अलावा प्रसिद्ध पत्रकार और लेखक रिचर्ड इवांस को भी टेनिस के इस विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया है।
पुरुष युगल और मिश्रित युगल में 18 ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने वाले पेस को खिलाड़ियों के वर्ग में जबकि अमृतराज और ग्रेट ब्रिटेन के इवांस को टेनिस में योगदान देने वालों के वर्ग में चुना गया है।
टेनिस खेल से जुड़े इन तीनों दिग्गज को शनिवार को न्यूपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल आफ फेम में शामिल किया जाएगा। अभी तक 27 देश के 264 लोगों को टेनिस हॉल आफ फेम में शामिल किया गया है। भारत इस तरह से इसमें प्रतिनिधित्व करने वाला 28वां देश बन जाएगा।
पेस ने कहा,मेरे लिए जिंदगी का सबसे बड़ा सम्मान उस खेल में तीन दशक तक अपने देश का प्रतिनिधित्व करना है, जिसने मुझे सब कुछ दिया और सिखाया। यह सम्मान प्रत्येक टेनिस खिलाड़ी के योगदान को मान्यता मिलना है। अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल आफ फेम में शामिल होना केवल मेरा ही नहीं करोड़ों भारतीयों का भी सम्मान है।
तीन दशक तक चले अपने करियर में पेस युगल रैंकिंग में शीर्ष पर भी रहे और इस दौरान उन्होंने 18 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते। इनमें आठ युगल और 10 मिश्रित युगल खिताब शामिल हैं। वह इन दोनों वर्गों में करियर ग्रैंड स्लैम पूरा करने वाले तीन खिलाड़ियों में शामिल हैं।
टेनिस में सर्वाधिक मिश्रित युगल ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से पेस और उनकी पूर्व जोड़ीदार मार्टिना नवरातिलोवा के नाम पर दर्ज है।
पेस 462 सप्ताह तक एटीपी युगल रैंकिंग में शीर्ष 10 में शामिल रहे। इनमें से 37 सप्ताह वह नंबर एक पर काबिज रहे। उन्होंने अपने करियर में एटीपी टूर में कुल 55 युगल खिताब जीते।
पेस ने 30 वर्ष तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने डेविस कप में रिकॉर्ड 45 मैच जीते हैं। इसके अलावा उन्होंने 1996 में अटलांटा ओलंपिक खेलों में एकल में कांस्य पदक जीता था।
अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ़ फेम की मानद अध्यक्ष किम क्लाइस्टर्स ने कहा,मैं लिएंडर पेस, विजय अमृतराज और रिचर्ड इवांस को अंतरराष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम के लिए चुने जाने पर बधाई देते हुए रोमांचित महसूस कर रही हूं। इन तीनों दिग्गज ने टेनिस में अपनी विशेष छाप छोड़ी है और विश्व स्तर पर इस खेल को बढ़ावा देने में अहम योगदान दिया है।(भाषा)