नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फीफा अंडर-17 विश्वकप में भाग लेने वाली भारतीय फुटबॉल टीम से शुक्रवार को यहां मुलाकात की और उन्होंने इन युवा खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि उनके कंधों पर भविष्य की भारी जिम्मेदारी है।
प्रधानमंत्री ने पहली बार भारत की मेजबानी में हुए फीफा विश्वकप में हिस्सा लेने वाली अंडर-17 टीम को प्रधानमंत्री कार्यालय में आमंत्रित किया था। यह टीम एएफसी अंडर-19 चैंपियनशिप क्वालिफायर्स में हिस्सा लेकर सऊदी अरब से लौटी है।
मोदी ने कहा, मैंने व्यक्तिगत रूप से इस मुलाकात के लिए कहा था क्योंकि मैंने आप सभी के अंदर देश के लिए कुछ कर गुजरने की चाहत देखी है। आपके प्रदर्शन के बाद लोगों ने आपको जानना शुरु कर दिया है और आपके कंधों पर एक भारी जिम्मेदारी आ गई है।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाया और कहा कि टीम ने पूरे टूर्नामेंट में उत्साह और खेल भावना से खेला जो सफलता की पहली सीढ़ी है। भारत को अपनी मेजबानी में हुई इस टूर्नामेंट में लगातार तीन हार का सामना करना पड़ा था लेकिन टीम ने अपने जुझारू खेल से सभी का दिल जीत लिया था।
मोदी ने कहा, खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के परिणाम से नहीं घबराना चाहिए और इससे सीख लेनी चाहिए। आप सभी एक साथ टीम के रूप में खेलते रहे तो आप खुद को आने वाले वर्षों में प्रोफेशनल खिलाड़ी के रुप में स्थापित कर लेंगे।
अंडर17 विश्वकप भविष्य के लिए एक तैयारी था। मैं उम्मीद करता हूं कि आप एक टीम के रूप में बने रहेंगे और 5-7 वर्षों में देश का प्रतिनिधित्व करते हुए देश को और गौरव प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा, खेलों के बिना कोई जीवन नहीं है। फुटबॉल एक जबर्दस्त खेल है। मैं उम्मीद करता हूं कि आप लोगों को खेलों को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित करेंगे।" उन्होंने साथ ही कहा कि खिलाड़ियों में विश्वास पैदा कर भारत फुटबॉल के क्षेत्र में काफी कुछ हासिल कर सकता है।
प्रधानमंत्री 6 अक्टूबर को टूर्नामेंट के उद्घाटन में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) के अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर विश्वकप आयोजन की सराहना की थी और साथ इस बात पर अफसोस जताया था कि वह 6 अक्टूबर को उद्घाटन के समय मौजूद नहीं हो सके और प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से नहीं मिल सके।
मोदी ने कोलंबिया के खिलाफ दूसरे मैच में जैक्सन की गोल की जमकर सराहना करते हुए कहा," हमारे लिए यह गोल जश्न मनाने का सबसे बड़ा कारण था। जैक्सन ने जब यह गोल किया तो पूरे देश ने इस गोल की खुशी महसूस की थी।"
फीफा अंडर 17 भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने भी टूर्नामेंट के दौरान मैदान के अंदर और बाहर के अनुभवों को श्री मोदी के साथ साझा किया। इस अवसर केंद्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर भी मौजूद थे। (वार्ता)