भारत के भाला फेंक के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और किशोर जेना को यहां 15 मई को होने वाले फेडरेशन कप फाइनल्स में सीधे प्रवेश दिया गया है क्योंकि उन्होंने अपने करियर में 75 मीटर का न्यूनतम क्वालीफाइंग स्तर कई बार हासिल किया है।
ओलंपिक और विश्व चैंपियन चोपड़ा पिछले हफ्ते दोहा डाइमंड लीग में काफी अच्छा प्रदर्शन करके यहां आए हैं जहां वह 88.38 मीटर के प्रयास से दूसरे स्थान पर रहे। हालांकि एशियाई खेलों के रजत विजेता जेना का डाइमंड लीग में पदार्पण निराशाजनक रहा क्योंकि वह 76.31 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीन दौर के बाद बाहर हो गए।
विश्व चैंपियनशिप 2023 में छठे स्थान पर रहे डीपी मनु की नजरें 85.50 मीटर के स्तर को पार करके पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने पर टिकी होंगी और वह भी सीधे फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
भारतीय एथलेटिक्स के मुख्य कोच राधाकृष्णन नायर ने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के क्वालीफिकेशन नियमों का हवाला देते हुए कहा, वे सभी जो 75 मीटर के स्तर को पार कर चुके हैं, वे मंगलवार को क्वालीफाइंग दौर में प्रतिस्पर्धा नहीं करेंगे। जिन लोगों ने प्रविष्टियां दी हैं उनमें नीरज और जेना सहित ऐसा करने वाले नौ खिलाड़ी हैं। वे सीधे बुधवार को फाइनल में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
उन्होंने कहा, 75 मीटर से कम थ्रो करने वाले बाकी खिलाड़ी क्वालीफाइंग दौर में प्रतिस्पर्धा करेंगे और शीर्ष तीन खिलाड़ी फाइनल में 75 मीटर से ऊपर भाला फेंकने वाले नौ खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्ध करेंगे।
एएफआई 26 वर्षीय चोपड़ा के तीन साल में पहली बार घरेलू प्रतियोगिता में खेलने को लेकर काफी उत्सुक है।
एएफआई के एक शीर्ष अधिकारी ने PTI (भाषा) को बताया, एएफआई नीरज के फेडरेशन कप में हिस्सा लेने से बिल्कुल भी हैरान नहीं है। इसमें कोई संदेह नहीं कि घरेलू प्रतियोगिता में उनकी भागीदारी भारतीय एथलेटिक्स के लिए बहुत अच्छी बात है।
यह पता चला है कि एएफआई चाहता था कि चोपड़ा तोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद और पेरिस खेलों से पहले एक घरेलू प्रतियोगिता में भाग लें।चोपड़ा ने 2022 और 2023 में किसी भी घरेलू प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया क्योंकि वह विदेश में प्रशिक्षण या प्रतिस्पर्धा कर रहे थे। वह पिछली बार घरेलू टूर्नामेंट में मार्च 2021 में फेडरेशन कप में खेले थे।
पता चला है कि चोपड़ा दोहा से भारत पहुंच चुके हैं लेकिन वह मंगलवार को ही यहां पहुंचेंगें।एशियाई खेलों के पदक विजेता जेना सोमवार को यहां पहुंच रहे हैं।
नायर ने पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम के सदस्य राजेश रमेश की चोट को अधिक तूल नहीं दिया जो इस महीने की शुरुआत में बहामास में पहले दौर की क्वालीफाइंग हीट (शुरुआती दौर की रेस) के दूसरे चरण के दौरान बीच में ही हट गए थे।
ओलंपिक क्वालीफाइंग हीट के दूसरे दौर में रमेश की जगह अरोकिया राजीव को लिया गया, जो पूरी तरह से फिट नहीं थे लेकिन भारतीय टीम ने पेरिस का टिकट कटा लिया।नायर ने कहा, रमेश की चोट पैर की मांसपेशियों में खिंचाव नहीं है, यह जांघ में टेंडन से संबंधित है। इसलिए यह कोई बड़ी चोट नहीं है। उसके 10-15 दिनों में ट्रेनिंग शुरू करने की उम्मीद है। राजीव भी जल्द ही ठीक हो जाएगा।
उन्होंने कहा, ओलंपिक की तैयारी में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।कुल 19 ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ियों ने पेरिस के लिए क्वालीफाई किया है और नायर ने कहा कि टीम ओलंपिक के लिए पेरिस जाने से पहले चार सप्ताह तक पोलैंड के स्पाला में ट्रेनिंग करेगी। ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाएं एक अगस्त से शुरू होंगी।
उन्होंने कहा, ओलंपिक से पहले टीम स्पाला में प्रशिक्षण लेगी और हम प्रतियोगिता शुरू होने से तीन या चार दिन पहले पेरिस पहुंचेंगे।
भारतीय एथलीट पहले भी कई बार स्पाला में प्रशिक्षण ले चुके हैं।नायर ने यह भी कहा कि विश्व रिले के दौरान बहामास में विफलता के बावजूद एएफआई को अब भी मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले टीम के पेरिस खेलों के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद है। हालांकि अब केवल दो स्थान बचे हैं।
उन्होंने कहा, हमारी मिश्रित चार गुणा 400 मीटर टीम एशियाई रिले (20-21 मई को बैंकॉक में) में भाग लेगी और अगर हम तीन मिनट 14 सेकेंड से कम का समय लेते हैं तो हम पेरिस के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं और हमें लगता है कि हम ऐसा कर सकते हैं।
इस बीच यह पता चला है कि एएफआई जल्द ही 2036 ओलंपिक में कई पदक जीतने के लक्ष्य के साथ एक रणनीतिक योजना लेकर आएगा, फिर चाहे भारत को इन खेलों की मेजबानी मिले या नहीं।