वियना। निको रोसबर्ग ने मर्सीडीज के लिए विश्व खिताब जीतने के बाद पांच दिन बाद ही आज फार्मूला वन से संन्यास लेने की घोषणा करके मोटररेसिंग जगत को स्तब्ध कर दिया। यह 31 वर्षीय जर्मन ड्राइवर एलेन प्रोस्ट (1993) के बाद पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने मौजूदा चैंपियन रहते हुए संन्यास लिया। उन्होंने फिनाले में अपनी टीम के साथी लुईस हैमिल्टन को हराकर खिताब जीता था।
रोसबर्ग ने अंतरराष्ट्रीय ऑटोमोबाइल महासंघ (एफआईए) के वार्षिक पुरस्कार समारोह से पूर्व वियना में यह बड़ी घोषणा की। रविवार को अबुधाबी ग्रां प्री में हैमिल्टन के बाद दूसरे नंबर पर आकर विश्व चैंपियन बनने वाले रोसबर्ग ने कहा, ‘मैंने यहां अपना फार्मूला वन करियर समाप्त करने का फैसला किया है।’
उन्होंने कहा कि चैंपियनशिप जीतने के बाद उन्होंने अपना यह फैसला किया। रोसबर्ग ने कहा, ‘सोमवार से ही इस पर विचार करना शुरू कर दिया था। मैंने इसमें थोड़ा समय लिया लेकिन आखिर नतीजे पर पहुंच गया। कहानी खत्म। अगला कदम एक पिता और पति की भूमिका निभाना है और मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं।’
मर्सीडीज टीम के प्रमुख टोटो वोल्फ ने कहा, ‘टीम के लिहाज से यह अप्रत्याशित स्थिति है और रोमांचक भी। निको ने साहसिक फैसला किया और इससे उनके जज्बे का पता चलता है। उन्होंने अपने करियर के शिखर पर रहते हुए एक विश्व चैंपियन के रूप में अलविदा करने का फैसला किया। उन्होंने अपने बचपन का सपना पूरा करके संन्यास लिया।'
रोसबर्ग ने अब अपनी पत्नी और बचपन की मित्र विवियन सिबोल्ड के साथ समय बिताना चाहते हैं। उनकी एक बेटी आलिया है जिसका जन्म पिछले साल अगस्त में हुआ था। (भाषा)