पेरिस। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने एक सेट से पिछडने के बाद निर्मम प्रदर्शन करते हुए दूसरे नंबर के खिलाड़ी ब्रिटेन के एंडी मरे को रविवार को 3-6 ,6-1, 6-2, 6-4 से हराकर रौलां गैरो की लाल बजरी पर पहली बार फ्रेंच ओपन का बादशाह बनने का गौरव हासिल कर लिया और इसके साथ ही उन्होंने करियर ग्रैंड स्लैम भी पूरा कर लिया।
टॉप सीड जोकोविच के ग्रैंड स्लैम खजाने में सिर्फ फ्रेंच ओपन के ताज की कमी थी जिसे उन्होंने आज हासिल कर लिया। जोकोविच यहां 2012,2014 और 2015 में उपविजेता रहे थे लेकिन उन्होंने इस बार फ्रेंच ओपन जीतने का सपना पूरा कर लिया। इसके साथ ही वह एक ही समय चारों ग्रैंड स्लैम खिताब अपने नाम रखने वाले टेनिस इतिहास के तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं।
जोकोविच का यह 12 वां ग्रैंड स्लैम खिताब है और वह सर्वाधिक ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की ऑल टाइम सूची में संयुक्त रूप से ऑस्ट्रेलिया के रॉय एमरसन की बराबरी पर तीसरे नंबर पर आ गए हैं।
अमेरिका के पीट सम्प्रास और स्पेन के राफेल नडाल ने 14-14 ग्रैंड स्लेम तथा स्विटजरलैंड के रोजर फेडरर ने सर्वाधिक 17 ग्रैंड स्लेम खिताब जीते हैं। सर्बियाई खिलाड़ी ने जैसे ही खिताब जीता वह पीठ के बल कोर्ट पर गिर गए। उसके बाद खड़े होकर उन्होंने दर्शकों का अभिवादन किया। आखिर उनका करियर ग्रैंड स्लैम का सपना जो पूरा हो गया था।
जोकोविच ने फ्रेंच ओपन खिताब के साथ ऑस्ट्रेलिया के रॉड लेवर और स्वीडन के ब्योर्न बोर्ग को पीछे छोड़ दिया जिनके नाम 11-11 ग्रैंड स्लेम खिताब हैं। जोकोविच के खजाने में अब छह ऑस्ट्रेलियन, तीन विम्बलडन, दो यूएस ओपन और एक फ्रेंच ओपन खिताब हो गए हैं।
मरे ने सेमीफाइनल में गत चैंपियन और तीसरी सीड स्विटजरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका को बाहर किया था और जब उन्होंने पहला सेट जीता तो लगा कि वे जोकोविच को भी फ्रेंच ओपन चैंपियन बनने का मौका नहीं देंगे लेकिन सर्बियाई खिलाड़ी ने मरे को ही इतिहास बनाने का मौका नहीं दिया। मरे 1937 में बन्नी ऑस्टिन के बाद फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंचने वाला पहले ब्रिटिश खिलाड़ी बने थे लेकिन वे खिताब नहीं जीत पाए ।
मरे ने 2013 में जोकोविच को विम्बलडन के फाइनल में हराकर अपने देश का पुरुष विम्बलडन चैंपियन का 77 साल का इंतजार समाप्त किया था लेकिन यहां वे इतिहास नहीं रच पाए। दोनों खिलाड़ियों के बीच इस साल फाइनल में यह चौथा मुकाबला था। जोकोविच ने ऑस्ट्रेलियन ओपन और मैड्रिड मास्टर्स के खिताब मरे को हराकर जीते थे जबकि मरे ने जोकोविच को रोम मास्टर्स के फाइनल में हराया था।
जोकोविच ने मरे को फ्रेंच ओपन में भी परास्त कर करियर आंकड़ों में 24-10 और क्ले कोर्ट पर 4-1 की बढ़त बना ली। पहला सेट 3-6 से हारने के बाद जोकोविच ने दूसरे सेट में जबरदस्त वापसी करते हुए दिखाया कि क्यों उन्हें नंबर वन कहा जाता है। सर्बियाई खिलाड़ी ने दूसरे गेम में मरे के डबल फाल्ट का फायदा उठाते हुए ब्रिटिश खिलाड़ी की सर्विस तोड़ दी। जोकोविच ने दूसरा सेट 6-1 से उस समय जीत लिया, जब उनकी सर्विस पर मरे का रिटर्न नेट से उलझ गया।
मरे ने पहले सेट के पहले गेम में अपनी सर्विस शून्य पर गंवाई लेकिन इसके बाद उन्होंने अगले 20 अंकों में से 16 अंक जीतते हुए 4-1 की बढ़त बना ली। जोकोविच ने छठे गेम में जाकर अपनी सर्विस बरकरार रखी और स्कोर 2-4 कर दिया। मरे ने नौंवे गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट 6-3 से जीत लिया लेकिन ब्रिटिश खिलाड़ी अपनी इस लय को दूसरे सेट में बरकरार नहीं रख पाए और आश्चर्यजनक रूप से दूसरा सेट 1-6 से हार गए।
तीसरे सेट में भी दूसरे सेट जैसी स्थिति रही और जोकोविच ने शुरुआती ब्रेक हासिल करते हुए 3-0 की बढ़त बना ली और फिर अपनी बढ़त मजबूत करते हुए स्कोर 5-1 कर दिया। मरे ने सातवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 2-5 कर दिया। आठवें गेम में जोकोविच 40-30 से आगे थे और उन्होंने अपनी सर्विस कायम रखते हुए तीसरा सेट 6-2 से जीतकर मैच में 2-1 की मजबूत बढ़त बना ली।
जोकोविच ने चौथे सेट के पहले गेम में ही मरे की सर्विस तोड़ी और जल्द ही 2-0 की बढ़त बना ली। जोकोविच ने सातवें गेम में फिर मरे की सर्विस तोड़ी और 5-2 से आगे हो गए। जोकोविच आठवें गेम में मैच और खिताब के लिए सर्विस कर रहे थे लेकिन मरे ने आखिरी कोशिश करते हुए उनकी सर्विस तोड़ दी और स्कोर 3-5 हो गया। मरे ने नौवें गेम में अपनी सर्विस कायम रखी और स्कोर 4-5 कर दिया।
दसवें गेम में जोकोविच फिर खिताब के लिए सर्विस कर रहे थे। इस गेम का पहला अंक मरे ने जीता लेकिन सर्बियाई खिलाड़ी ने लगातार तीन अंक लेकर स्कोर 40-15 कर दिया। अगले अंक पर जोकोविच डबल फाल्ट कर बैठे और उनकी फिर एक बेजां भूल से स्कोर 40-40 हो गया।
जोकोविच ने अगला एक अंक लेकर एडवांटेज हासिल किया और इसके बाद मरे का बैकहैंड रिटर्न बाहर जाते ही जोकोविच खिताब जीतने की खुशी में कोर्ट पर लेट गए। उन्होंने खिताब जीतने के बाद इस दिन को अपने लिए करियर का सर्वश्रेष्ठ क्षण बताया। जोकोविच ने मैच में 41 विनर्स लगाए और सात बार सर्विस ब्रेक हासिल किया। (वार्ता)