Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

नोवाक जोकोविच और सेरेना विलियम्स को मिलेगी कड़ी चुनौती

हमें फॉलो करें नोवाक जोकोविच और सेरेना विलियम्स को मिलेगी कड़ी चुनौती
लंदन , सोमवार, 27 जून 2016 (12:29 IST)
लंदन। कैलेंडर ग्रैंड स्लैम पर नजरें जमाए विश्व के नंबर एक खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच और 22वें ग्रैंडस्लैम खिताब की तलाश में लगी नंबर एक अमेरिका की सेरेना विलियम्स को सोमवार से शुरू हो रही विंबलडन चैंपियनशिप में अपना खिताब बचाने में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा।  

29 वर्षीय गत चैंपियन जोकोविच इस साल ऑस्ट्रेलियन और फ्रेंच ओपन दोनों खिताब जीत चुके हैं लेकिन वे जानते हैं कि विंबलडन के ग्रास कोर्ट पर दूसरे नंबर के ब्रिटेन के एंडी मरे और तीसरे नंबर के स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर की चुनौती बेहद कड़ी होगी। फेडरर चोट के कारण फ्रेंच ओपन में नहीं खेल पाए थे लेकिन वे विंबलडन में वापसी कर रहे हैं।
 
सेरेना को फ्रेंच ओपन के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था और इस दमदार अमेरिकी खिलाड़ी को अंदाजा है कि युवा खिलाड़ियों की नई फौज विंबलडन में उनके सामने मुश्किलें खड़ी कर सकती है। सेरेना को ओपन युग में जर्मनी की स्टेफी ग्राफ के 22 ग्रैंडस्लैम खिताबों की बराबरी करने के लिए सिर्फ एक खिताब की जरूरत है।
 
जोकोविच का पहले राउंड में ब्रिटेन के वाइल्ड कार्ड खिलाड़ी जेम्स वार्ड से मुकाबला होगा। इस वर्ष ऑस्ट्रेलियन और फ्रेंच ओपन जीत चुके जोकोविच का सपना शेष दोनों ग्रैंडस्लैम जीतकर कैलेंडर ग्रैंडस्लैम पूरा करना है। ऐसा करने पर वे वर्ष 1969 में महान ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी रोड लेवर के बाद एक ही सत्र में सभी ग्रैंडस्लैम जीतने वाले पहले खिलाड़ी बन जाएंगे।
 
इस राह में जोकोविच का सामना क्वार्टर फाइनल में कनाडा के मिलोस राओनिक और सेमीफाइनल में तीसरी सीड स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर से हो सकता है, वहीं दूसरी सीड ब्रिटेन के एंडी मरे का सामना पहले राउंड में वाइल्ड कार्ड ब्रोडी से होगा जबकि चोट की वजह से फ्रेंच ओपन में नहीं खेल सके रोजर फेडरर विंबलडन के पहले राउंड में अर्जेंटीना के गुइडो पेला से टकराएंगे।
 
दूसरी तरफ से महिला वर्ग में शीर्ष खिलाड़ी अमेरिका की सेरेना विलियम्स बहुप्रतीक्षित खिताब जीतकर स्टेफी ग्राफ के 22 ग्रैंडस्लेम के रिकॉर्ड की बराबरी करने के अपने अभियान की शुरुआत क्वालीफायर खिलाड़ी के खिलाफ मुकाबले से करेंगी, वहीं इस सत्र का फ्रेंच ओपन अपनी झोली में डालने वाली स्पेन की गर्बाइन मुगुरुजा का सामना पहले राउंड में इटली की कैमिला जिआर्जी से होगा।
 
जोकोविच और सेरेना को क्रमश: पुरुष और महिला एकल में शीर्ष वरीयता दी गई है। जोकोविच और सेरेना दोनों ही गत वर्ष के विंबलडन चैंपियन हैं। जोकोविच ने इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन के खिताब नंबर 2 मरे को हराकर जीते थे। यदि विंबलडन में सबकुछ ठीकठाक रहा तो दोनों खिलाड़ी रिकॉर्ड बराबरी करने वाले 8वें ग्रैंडस्लैम फाइनल में भिड़ सकते हैं।
 
जोकोविच विंबलडन में 2011, 2014 और 2015 में विजेता रह चुके हैं और इस बार उनका लक्ष्य इस ग्रास कोर्ट चैंपियनशिप में खिताबी हैट्रिक पूरा करना है। दूसरी सीड मरे यहां 2013 में चैंपियन रहे थे और वे इस साल दोनों ग्रैंडस्लैम के फाइनल में पहुंचे हैं। 
 
तीसरी सीड फेडरर गत वर्ष फाइनल में जोकोविच के हाथों हार गए थे। फेडरर ने अपने 17 ग्रैंडस्लैम खिताबों में अपना आखिरी खिताब 2012 में विंबलडन में जीता था और उन्हें उसके बाद से अपने 18वीं ग्रैंडस्लैम की तलाश है।
 
महिलाओं में टॉप सीड सेरेना विंबलडन में 6 बार विजेता रह चुकी हैं। उन्होंने यहां 2002, 2003, 2009, 2010, 2012 और 2015 में खिताब जीते हैं। उन्हें अपने 22वें ग्रैंडस्लैम खिताब की तलाश है ताकि वे जर्मनी की स्टेफी ग्राफ की बराबरी कर सके। उन्हें फ्रेंच ओपन के फाइनल में गरबाइन मुगुरुजा से हार का सामना करना पड़ा था।
 
स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका को टूर्नामेंट में 4थी, जापान के केई निशिकोरी को 5वीं, कनाडा के मिलोस राओनिक को 6ठी, फ्रांस के रिचर्ड गास्के को 7वीं, ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को 8वीं, क्रोएशिया के मारिन सिलिच को 9वीं और चेक गणराज्य के टॉमस बेर्दिच को 10वीं वरीयता दी गई है।
 
महिलाओं में स्पेन की गरबाइन मुगुरुजा को 2री ,पोलैंड की एग्निस्ज्का रदवांस्का को 3री, जर्मनी की एंजेलिक केर्बर को 4थी, रोमानिया की सिमोना हालेप को 5वीं, इटली की रॉबर्टा विंसी को 6ठी, स्विट्जरलैंड की बेलिंडा बेंसिक को 7वीं, अमेरिका की वीनस विलियम्स को 8वीं और अमेरिका की मेडीसन कीस को 9वीं वरीयता दी गई है। बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका को 6ठी वरीयता मिली थी लेकिन वे घुटने की चोट के कारण टूर्नामेंट से हट गई हैं। (वार्ता)  

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

नहीं चला मैसी का जादू, चिली फिर से चैंपियन