इंदौर। भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों में काफी क्षमताएं हैं। इंदौर में 'अभय प्रशाल' अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है और जिस प्रकार से यहां खिलाड़ी खेल रहे हैं, मुझे लगता है कि इस खेल में भी भारत चीन, इटली और अन्य देशों को टक्कर देने में सफल रहेगा। यह बात आगामी दो वर्ष के लिए भारतीय टेबल टेनिस टीम में बतौर चीफ कोच नियुक्त मैसिमो कॉस्टेंटिनी ने कही।
अभय प्रशाल में खेली जा रही राष्ट्रीय रैंकिंग टेबल टेनिस (सेंट्रल इंडिया) के मौके पर इंदौर आए 58 वर्षीय मैसिमो कॉस्टेंटिनी आगामी 1 अक्टूबर से अपना कार्यभार संभाल रहे हैं। उससे पूर्व संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत का स्तर काफी ऊंचा है। यहां पर मौजूदा कोच और खिलाड़ी काफी मेहनती हैं।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे विशाल देश में इतने सारे खिलाड़ी होने के बावजूद क्या कारण है कि वे अपने सपने को साकार नहीं कर पा रहे हैं? दरअसल, हमें दीर्घकालीन लक्ष्य को लेकर चलना होगा, तभी शीर्ष पर पहुंचने का सपना साकार हो सकता है। अमेरिका में टेबल टेनिस कॉलेज में जाकर सीखा जाता है लेकिन भारत में ऐसा नहीं है।
मैसिमो कॉस्टेंटिनी ने यह भी कहा कि किसी भी खेल में पैशन बहुत जरूरी है। यही पैशन खिलाड़ी को मजबूत बनाता है। मुझे दो साल के लिए भारतीय टेबल टेनिस टीम का चीफ कोच नियुक्त किया गया है। मैं चाहूंगा कि मेरे लंबे अनुभव का लाभ भारतीय खिलाड़ी उठाएं और उनकी विश्व रैंकिंग भी बढ़े। (वेबदुनिया न्यूज)