नई दिल्ली: एफआईएच हॉकी पुरुष जूनियर विश्व कप 2021 के लिए पाकिस्तान जूनियर हॉकी टीम शनिवार को भुवनेश्वर पहुंच गई।
भारत में पाकिस्तान उच्चायोग के मामलों के प्रभारी आफताब हसन खान ने टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनके सम्मान में होटल चांसरी में दोपहर को भोजन रखा। इस मौके पर खान ने टीम को विश्व कप सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई की कि खिलाड़ी अपनी क्षमताओं के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।
इससे पहले उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर टीम का स्वागत किया।
मुख्य कोच, टीम प्रबंधन के सदस्यों और खिलाड़ियों ने भुवनेश्वर जाते समय दिल्ली में पारगमन के दौरान पाकिस्तान उच्चायोग के आतिथ्य की सराहना की और कहा कि वे मैचों में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और पूरी तरह से जोश में हैं।उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान विश्व कप में 24 नवंबर को जर्मनी के खिलाफ मुकाबले से अपने अभियान की शुरुआत करेगा।
पाकिस्तान के अलावा शनिवार को दक्षिण अफ्रीकी टीम भी भुवनेश्वर पहुंची। उधर टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका, जर्मनी, चिली, पोलैंड, कनाडा, नीदरलैंड, फ्रांस, अर्जेंटीना और मलेशिया की टीमें पहले ही भुवनेश्वर पहुंच चुकी हैं। विश्व कप खिताब के लिए 16 टीमें आपस में भिड़ेंगी। यह लगातार तीसरी बार है जब भारत जूनियर विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले क्रमशः 2013 और 2016 में दिल्ली और लखनऊ में इसका आयोजन किया गया था। मेजबान और गत चैंपियन भारत को कनाडा, फ्रांस और पोलैंड के साथ पूल बी में रखा गया है।
पूल ए में बेल्जियम, मलेशिया, दक्षिण अफ्रीका और चिली, पूल सी में नीदरलैंड, स्पेन, कोरिया और अमेरिका, जबकि पूल डी में जर्मनी, अर्जेंटीना, पाकिस्तान और मिस्र शामिल हैं।
टूर्नामेंट के दौरान हर पांच दिनों में प्रत्येक टीम ग्रुप चरण में कुल तीन मैच खेलेगी, जिसके बाद 30 नवंबर को क्रॉस-ओवर मैचों की एक श्रृंखला होगी। फिर एक दिसंबर से नॉकआउट मुकाबले शुरू होंगे और अंत में पांच दिसंबर को फाइनल खेला जाएगा।(वार्ता)