नई दिल्ली। भारतीय क्यू खेलों में वर्ष 2017 भी पिछले कई सालों की तरह पंकज आडवाणी के ही नाम रहा जिन्होंने अपने अनगिनत विश्व खिताबों की कड़ी में दो और खिताब जोड़ लिए। पिछले एक दशक से बिलियडर्स और स्नूकर दोनों में कामयाबी की नई कहानी लिख रहे 32 वर्ष के आडवाणी ने बीते बरस भी अपेक्षाओं के अनुरूप खेल दिखाया। अब उनके नाम कुल 18 विश्व खिताब हो गए हैं।
जुलाई में आडवाणी की अगुवाई में भारत ए ने किरगीस्तान में एशियाई टीम स्नूकर चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। विजेता टीम में आडवाणी, लक्ष्मण रावत और मलकीत सिंह थे जिन्होंने पाकिस्तान को फाइनल में 3-0 से हराया।
यह पूछने पर कि पाकिस्तान को हराना कैसा लगा, आडवाणी ने कहा कि हमारे लिए सभी प्रतिद्वंद्वी बराबर हैं। पाकिस्तान के खिलाफ लोगों की अपेक्षाएं और दबाव ज्यादा होता है। हम किसी भी टीम को हराकर खिताब जीतने के इरादे से उतरे थे। आडवाणी बिलियडर्स और स्नूकर में राष्ट्रीय खिताब जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हो गए।
इस साल 40 बरस की विद्या पिल्लै ने सिंगापुर में विश्व महिला स्नूकर चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता। वे फाइनल में पूर्व विश्व चैम्पियन हांगकांग की एंग ओन यी से हार गईं। मध्यप्रदेश की कमल चावला विश्व 6 रेड्स स्नूकर चैम्पियनिशप के फाइनल में पहुंचीं। उसे गत चैम्पियन वेल्स की डेरेन मोर्गन ने हराया।
आडवाणी ने नवंबर में दोहा में हुई आईबीएसएफ विश्व बिलियडर्स और स्नूकर चैम्पियनशिप में एक और विश्व खिताब अपनी झोली में डाला। उन्होंने इंग्लैंड के माइक रसेल को हराकर 17वां खिताब जीता। उन्हें हालांकि आईबीएसएफ विश्व बिलियडर्स चैम्पियनशिप में कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। इसके बाद 3 बाल स्नूकर में उन्होंने ईरान के आमिर सरखोश को हराकर एक और खिताब अपने नाम किया। (भाषा)