नई दिल्ली। भारत में फार्मूला वन रेस का आयोजन बेशक न हो पा रहा हो लेकिन आंध्रप्रदेश के अमरावती में आगामी 16 से 18 नवंबर तक कृष्णा नदी पर पावरबोट की एफवन रेसिंग का आयोजन होगा।
आंध्रप्रदेश पर्यटन विभाग के सचिव मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि भारत ने इससे पहले 2004 में मुंबई में यह आयोजन किया था और अब अमरावती में पावरबोट एफवन रेसिंग का आयोजन किया जा रहा है। दुनिया में इस रेस को एफवन एच2ओ ग्रां प्री के नाम से जाना जाता है।
मीणा ने बताया कि इस रेस में पावरबोट की गति 250 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक होती है जो एफवन रेस में इस्तेमाल होने वाली गाड़ियों की गति के बराबर है। उन्होंने कहा, 'इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब पानी पर पावरबोट की एफवन रेसिंग देखने को मिलेगी तो इसका रोमांच कितना ज्यादा होगा। इससे राज्य में निश्चित रूप से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।'
मीणा ने बताया कि एक सत्र में इस रेस के सात राउंड होते हैं और इसका पांचवां राउंड भारत में होने जा रहा है। इससे पहले पुर्तगाल, चीन और लंदन में भी इसका आयोजन हो चुका है। उन्होंने बताया कि इस रेस में 10 से 12 अंतरराष्ट्रीय टीमें हिस्सा लेंगी, जिनमें नार्वे, पुर्तगाल, स्वीडन, अबुधाबी, यूएई, आंध्र की टीम, चीन और आस्ट्रेलिया शामिल हैं।
हर टीम के पास दो से तीन बोट होंगी। पहले दो दिन हीट का आयोजन होगा और 18 नवंबर को मुख्य रेस होगी। रेसिंग का फाइनल राउंड अबुधाबी में आयोजित किया जाएगा और सातों राउंड में सर्वाधिक अंक पाने वाला विजेता बनेगा। अमरावती की टीम में स्वीडन के दो प्रमुख रेसर जोनस एंडरसन और एरिक एडिन शामिल हैं।
आंध्रप्रदेश पर्यटन प्राधिकरण एफवन एच2ओ ग्रां प्री और इंडिया एक्सट्रीम एडवेंचर एक्टिविटीज के सहयोग से इसका आयोजन हो रहा है। इस अवसर पर एफवन एच2ओ ग्रां प्री के निदेशक मार्को पैट्रिनी मौजूद थे। इस रेस का प्रसारण 50 से अधिक देशों में किया जाएगा, जिसे लगभग एक करोड़ लोग देखेंगे। इस रेस को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से मान्यता प्राप्त है।