नई दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने भारत को 2020 में अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी मिलने पर खुशी जताते हुए शनिवार को कहा कि हमारे लिए आगे काफी बड़ी चुनौती है।
उन्होंने कहा, ‘हम पर भरोसा जताने और टूर्नामेंट की मेजबानी देने के लिए मैं फीफा को शुक्रिया करना चाहूंगा। मैं भारत सरकार और राज्य सरकारों को भी शुक्रिया करना चाहूंगा क्योंकि उनके समर्थन और जरूरी आश्वासन से ही हम मेजबानी की दावेदारी को अपने पक्ष में करने में सफल रहे।’
यह दूसरी बार होगा जब भारत फीफा के किसी टूर्नामेंट का आयोजन करेगा। इससे पहले भारत ने 2017 में अंडर-17 पुरुष विश्व कप की मेजबानी की थी।
पटेल ने कहा, ‘हमने महसूस किया कि फीफा अंडर-17 विश्व कप 2017 से भारत में फुटबॉल को जो विकास मिला है, उसे जारी रखने की जरूरत है। एआईएफएफ ने महिला फुटबॉल के विकास के लिए प्रतिबद्धता दिखाते हुए अंडर -17 महिला विश्व कप की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश करने का फैसला किया।’
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, दावेदारी को जीतना बड़ी चुनौती नहीं थी। बड़ी चुनौती इसके आयोजन को लेकर है, खासकर तब जब हमने फीफा अंडर-17 विश्व कप 2017 में जो मानक स्थापित किए थे।’
इससे पहले अमेरिका के मियामी में शुक्रवार को हुई फीफा परिषद की बैठक के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) अध्यक्ष जियानी इनफैनटिनो ने घोषणा की कि भारत 2020 में अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी करेगा।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के महासचिव कुशल दास ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, ‘हम फीफा के शुक्रगुजार हैं जिन्होंने हमें अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी के अधिकार दिए। इससे देश में महिला फुटबॉल का स्तर बढ़ेगा।’
उन्होंने कहा, ‘हम देश में महिलाओं के फुटबॉल के विकास पर काफी जोर दे रहे हैं। इसलिए हमने अंडर-17 महिला विश्व कप की मेजबानी के लिए दावेदारी पेश की और अब हमें इसकी मेजबानी मिल गई है।’
दास ने कहा कि टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए स्थल पर फैसला जल्द ही होगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे दिमाग में चार-पांच स्थल हैं और हम इन पर जल्द ही फैसला करेंगे।’ मेजबान देश के नाते भारत 16 टीमों के इस टूर्नामेंट में स्वत: ही क्वालीफाई हो जाएंगा। छह महाद्वीपीय क्वालीफाइंग टूर्नामेंट अभी शुरू होने हैं। (भाषा)