कृपाशंकर बिश्नोई (अर्जुन अवॉर्डी)
नई दिल्ली। कुश्ती के दौरान कई बार अत्यधिक आक्रामक होना और 'अति आत्मविश्वास' का होना भी हार का कारण बन सकता है। यह देखने को मिला सीरी फोर्ट काम्प्लेक्स दिल्ली में जहां प्रो रेसलिंग लीग का आयोजन किया जा रहा है और उसमें विनेश फोगाट को पराजय का कड़वा घूट पीना पड़ा।
चीन मूल की महिला पहलवान सन यान जो 2016 रियो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता है, उनका मुकाबला आज भारत की स्टार महिला पहलवान विनीश फोगाट के साथ हुआ।
मैंने पूरा मैच देखा और पाया कि आज भी विनेश चीन की सन यान से बेहतर हैं, विनेश को केवल अपने खेलने की स्टाइल में बदलाव लाने की जरूरत है। कई बार 'अति आत्मविश्वास' के कारण भी नुकसान झेलना पड़ जाता है और आज भी ऐसा ही हुआ।
50 किलोग्राम वर्ग प्रो रेसलिंग लीग की छठी बॉउट में, जहां हरियाणा हैमर्स की सन यान चीन मूल की महिला पहलवान ने यूपी दंगल की विनेश फोगाट को पस्त किया। हम सब यह जानते है की 2020 ओलंपिक पदक जीतने का सामर्थ्य हमारी विनेश में है। उन्हें इसके लिए अपनी आत्म-विद्या और प्रशिक्षण विधियों में थोड़ा बहुत बदलाव करने की जरूरत है।
हालांकि इस हार से विनेश को बहुत कुछ सिखने की भी जरूरत है। हमें सही समय पर खुद को जांचने का मौका प्रो रेसलिंग लीग से मिला। हालांकि चीन मूल की इसी महिला पहलवान पहलवान के खिलाफ विनेश को एक और बार खेलने का मौका 25 जनवरी सेमीफाइनल के दौरान मिलेगा।
मुझे विशवास है की विनेश अपनी हार का बदना जरूर लेगी। कहने हैं ना 'गिरते हैं शह-सवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ़्ल क्या गिरेगा जो घुटनों के बल चले?