हैदराबाद। राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस यंगचैम्प्स प्रोग्राम के तहत 14 प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों का चयन किया है और चुने गए खिलाड़ी हैदराबाद स्थित गोपीचंद अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।
आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यंगचैम्प्स प्रोग्राम के तहत चुने गए बच्चों में मुंबई से नैशा कौर भाटोये, हैदराबाद से डी. अनुधीप, दुबई से साक्षी प्रकाश, हैदराबाद से आर. स्पूर्थी, दिल्ली से वंश देव, हैदराबाद से शौर्या किरन, अहमदाबाद से सनय पटेल, कोयम्बटूर से साई प्रवीन एस, तेलंगाना से ए. भवेश रेड्डी, कर्नाटक से पवन सुरेश, ओडिशा से तुषित केजरीवाल, बेंगलुरु से अभिनव गर्ग, दुबई से रियान मल्हान और हैदराबाद से चरन सिम्हा रेड्डी शामिल हैं।
7-11 वर्ष के बीच उम्र के इन प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ियों को पूरी तरह उनके प्रदर्शन, फिटनेस, रवैए, चपलता और फुटवर्क के आधार पर चुना गया है। कार्यक्रम के अगले चरण के दौरान ये यंगचैम्प्स गर्मी और सर्दियों की छुट्टियों के दौरान 2 सप्ताह के लिए पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। 4 सप्ताह के इस कार्यक्रम के दौरान इन खिलाड़ियों को नई तकनीक सीखने को मिलेगी।
बच्चे अकादमी में देश के शीर्ष राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने और उनका निरीक्षण करने में भी सक्षम होंगे, जो उन्हें कठिन प्रशिक्षण करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे और उन्हें प्रेरित करेंगे। प्रशिक्षण के अंत में पुलेला गोपीचंद और उनकी टीम द्वारा प्रदर्शन, फिटनेस और प्रतिबद्धता के समग्र मूल्यांकन के आधार पर प्रतिभाशाली बच्चों को गोपीचंद अकादमी में स्थायी रूप से प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर प्राप्त हो सकता है जिसे आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस द्वारा प्रायोजित किया जाएगा।
आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस के प्रोग्राम हेड गोपीचंद ने कहा कि मैं आईडीबीआई फेडरल क्वेस्ट फॉर एक्सीलेंस यंगचैम्प्स प्रोग्राम के लिए इतनी जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने के बाद रोमांचित हूं। हजारों आवेदनों में 26 खिलाड़ियों को अलग कर पाना बेहद मुश्किल था।
इससे भी कठिन अंतिम 14 खिलाड़ियों का चयन था। चुने गए सभी खिलाड़ी प्रतिभाशाली हैं और आगे जाने की क्षमता दिखाते हैं। अब हम प्रत्येक यंग चैम्प के साथ काम करते हुए उन्हें अपने कौशल को विकसित करने और आत्मविश्वास हासिल करने में मदद करेंगे। (वार्ता)