नई दिल्ली:इंग्लैंड में ट्रेनिंग कर रही विश्व चैंपियन पीवी सिंधू ने इस देश में कोविड-19 की स्थिति बदतर होने के बाद भी मंगलवार को उम्मीद जताई कि ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर अन्य देशों के बढ़ते प्रतिबंध के बावजूद वह जनवरी में टूर्नामेंट के लिए थाईलैंड की यात्रा कर पाएंगी।
टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी सिंधू पिछले दो महीने से लंदन में ट्रेनिंग कर रही हैं और कोरोना वायरस ब्रेक के बाद उन्हें अपना पहला टूर्नामेंट थाईलैंड में खेलना है। दो सुपर 1000 प्रतियोगिताओं (12 से 17 जनवरी और 19 से 24 जनवरी) में हिस्सा लेने के लिए सिंधू को तीन जनवरी तक बैंकॉक पहुंचना होगा।
सिंधू ने पीटीआई से कहा, मैंने जनवरी के पहले हफ्ते में यात्रा की योजना बनाई है। थाईलैंड में ब्रिटेन से आने वालों के लिए यात्रा प्रतिबंध नहीं है इसलिए मैं दोहा से यात्रा कर सकती हूं। मैं खाड़ी के देशों के रास्ते थाईलैंड जाने की योजना बना रही हूं।
भारत सहित दुनिया भर के कई देशों ने ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया है। इंग्लैंड के कोरोना वायरस के नए और अधिक संक्रमित प्रकार को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
सिंधू अक्टूबर में लंदन गईं थी और वह ब्रिटेन के बैडमिंटन खिलाड़ियों टोबी पेंटी और राजीव ओसेफ के साथ राष्ट्रीय ट्रेनिंग केंद्र में ट्रेनिंग कर रही हैं।
सिंधू ने कहा, मेरी ट्रेनिंग काफी अच्छी चल रही है। राष्ट्रीय केंद्र बंद नहीं है। इसे जैविक रूप से सुरक्षित केंद्र के रूप में चलाया जा रहा है इसलिए मैं थाईलैंड में होने वाली प्रतियोगिताओं से पहले अभ्यास कर पा रही हूं।
थाईलैंड चरण के साथ अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन की वापसी होगी लेकिन देश में लोकतंत्र समर्थक विरोध अभियान का सामना करना पड़ा है और हाल में वहां कोविड-19 मामलों में भी इजाफा हुआ है।
खेल मंत्रालय ने हाल में सिंधू के आग्रह को स्वीकार किया था कि जनवरी में तीन टूर्नामेंटों के लिए उनका निजी फिजियो और फिटनेस ट्रेनर उनके साथ जाए।
सिंधू ने पिछली बार मार्च में आल इंग्लैंड चैंपियनशिप में हिस्सा लिया था जिसके बाद कोविड-19 महामारी के कारण सभी प्रतियोगिताएं रद्द या स्थगित कर दी गईं।
अक्टूबर में सिंधू डेनमार्क ओपन से हट गईं थी जो मार्च से आयोजित होने वाले दो टूर्नामेंटों में से एक था। इसके अलावा जर्मनी में सारलोरलक्स ओपन सुपर 100 टूर्नामेंट का आयोजन किया है।(भाषा)