नई दिल्ली। कुश्ती ऐसा खेल है जिसे ताकत से जोड़कर देखा जता है लेकिन भारतीय जूनियर महिला कोच राम बुदाकी ने कहा कि मानसिक तैयारी भी शारीरिक ताकत के समान अहम है।
बुदाकी ने कहा कि शारीरिक अभ्यास के साथ हम मानसिक तैयारी पर भी जोर देते हैं। यह भी समान रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि लड़कियां रोज ध्यान लगाती हैं। हम उनका तनाव कम करना चाहते हैं। शारीरिक अभ्यास के बाद हम सुबह और शाम ध्यान लगाते।
उन्होंने कहा कि ध्यान लगाने से मनोबल और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। हमने लड़कियों से कहा कि उस बारे में सोचो जिससे खुशी मिलती है और आत्मविश्वास बढ़ता है। सोचो कि भारत के लिए पदक जीतने पर कैसा लगता है? इससे सकारात्मक सोच पैदा होती है।
जूनियर महिला टीम स्लोवाकिया में 17 से 23 सितंबर तक विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भाग लेगी। भारत ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल और ग्रीको रोमन में भी टीमें उतारी हैं। (भाषा)