नई दिल्ली। पिछले हफ्ते शंघाई में आईएएएफ डाइमंड लीग में महिला 3,000 मीटर स्टीपलचेज में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने वाली ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी धाविका सुधा सिंह ने कहा कि उन्हें सही समय पर रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन किया है और इससे रियो खेलों से पहले उनका मनोबल बढ़ेगा।
एशियाई चैंपियन ललिता बाबर के नई दिल्ली में पिछले महीने राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाने के बाद सुधा ने 9 मिनट 26-55 सेकंड के साथ उनका रिकॉर्ड तोड़ा। ये दोनों ही विदेशी कोच निकोलेई स्नेसारेव के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग करती हैं।
ललिता भी रियो ओलंपिक की महिला 3,000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। आईएएएफ डाइमंड लीग 2014 एशियाई खेलों के बाद ट्रैक पर सुधा की पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता थी।
यहां फेडरेशन कप के दौरान 29 अप्रैल को 9 मिनट 31-86 सेकंड के प्रयास के साथ ओलंपिक में जगह पक्की करने वाली सुधा ने कहा कि हम वहां (शंघाई में) पहले पहुंच गए थे और कुछ ट्रेनिंग भी की। वहां थोड़ी ठंड थी, तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास था लेकिन मुझे नहीं पता कि दौड़ शुरू होने के बाद क्या हुआ। 2014 एशियाड के बाद स्टीपलचेज में यह मेरी पहली अंतरराष्ट्रीय दौड़ थी।
एशियाई खेलों में चौथे स्थान पर रही सुधा ने कहा कि कोच निकोलेई ने उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। दूसरी तरफ पिछले साल बीजिंग में विश्व चैंपियनशिप में 8वें स्थान पर रही ललिता ने कहा कि वे शंघाई में अपना नैसर्गिक प्रदर्शन नहीं कर पाईं तथा मैं शंघाई में अपनी नैसर्गिक शैली में नहीं दौड़ पाई लेकिन ऐसी चीजें होती हैं। अब मैं अपने प्रदर्शन में सुधार पर ध्यान लगाऊंगी। (भाषा)