Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

यामागुची पर शानदार जीत से साइना क्वार्टर में

हमें फॉलो करें यामागुची पर शानदार जीत से साइना क्वार्टर में
, गुरुवार, 18 अक्टूबर 2018 (15:51 IST)
ओडेंसे। विश्व की 10वें नंबर की खिलाड़ी भारत की साइना नेहवाल ने गुरुवार को दूसरी रैंक जापान की अकाने यामागुची को उलटफेर का शिकार बनाते हुए यहां डेनमार्क ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। 
 
 
जापानी खिलाड़ी यामागुची ने इससे पहले तक भारतीय स्टार खिलाड़ी को करियर के 7 मुकाबलों में से 6 में शिकस्त दी है लेकिन गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण और एशियाई खेलों की कांस्य विजेता साइना ने अपनी जबरदस्त लय को बरकरार रखते हुए यामागुची को लगातार गेमों में 21-15, 21-17 से उलटफेर का शिकार बनाकर 36 मिनट में टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। 
 
साइना को 2 वरीय यामागुची ने इस वर्ष 2 बार मलेशिया ओपन और थॉमस एवं उबेर कप में पराजित किया था। गैर वरीय भारतीय खिलाड़ी ने पहले गेम में 8-8, 10-10 की बराबरी के बाद लगातार 6 अंक लिए और 15-10 की बढ़त बनाई। उन्होंने फिर सहजता से अंक लिए और एक गेम प्वांइट लेकर पहला गेम आसानी से जीता। 
 
दूसरे गेम में यामागुची ने अधिक संघर्ष दिखाया लेकिन साइना ने एक समय 8-11 से पिछड़ने के बाद लगातार 5 अंक लेकर जापानी खिलाड़ी को 13-11 से पीछे छोड़ दिया। 16-16 पर फिर यामागुची ने बराबरी की लेकिन साइना ने लगातार अंक लिए और 21-17 से गेम और मैच अपने नाम कर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। 
 
साइना के सामने अब 8वीं रैंक जापान की ही नोजोमी ओकूहारा की चुनौती होगी। विश्व में 7वीं रैंक की ओकूहारा भी साइना की कड़ी प्रतिद्वंद्वी हैं, जिन्होंने इस वर्ष कोरिया ओपन और इससे पहले इंडोनेशिया में हुए एशियाई खेलों में भी साइना को पराजित किया था। हालांकि दोनों के बीच करियर में अब तक हुए कुल 10 मुकाबलों में साइना का रिकार्ड 6-4 का है। 
 
इससे पहले पुरुष एकल के पहले ही दौर में बी साई प्रणीत को हारकर बाहर होना पड़ा। उन्हें चीन के हुआंग यूक्शियांग ने तीन गेमों के कड़े संघर्ष में 12-21, 21-14, 21-15 से 57 मिनट में हराकर बाहर कर दिया। विश्व में 26वीं रैंक के भारतीय खिलाड़ी की करियर में हुआंग के हाथों यह पहली हार है। उनका रिकार्ड अब 2-1 हो गया है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

युवा ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले तीरंदाज बने आकाश