ग्लास्गो। विश्व चैंपियनशिप में सेमीफाइनल में जगह बनाकर पदक पक्का कर चुकी भारतीय स्टार खिलाड़ी साइना नेहवाल ने कहा है कि उन्हें गत वर्ष हुए रियो ओलंपिक में नहीं जाना चाहिए था।
27 वर्षीय साइना को रियो में दूसरे ही राउंड में यूक्रेन की मर्जिया यूलिटिना के हाथों हार का सामना करना पड़ा था और तब हार के बाद भारतीय खिलाड़ी ने सफाई देते हुए कहा था कि वे मैच में दर्द के बावजूद खेलने उतरीं थीं।
लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना के लिए पिछला कुछ समय चोटों और खराब फॉर्म की वजह से काफी मुश्किल भरा रहा और अब विश्व चैंपियनशिप में सेमीफाइनल में जगह बनाना उनके लिए निश्चित रूप से राहतभरा रहा होगा।
12वीं सीड साइना ने क्वार्टर फाइनल में स्कॉटलैंड की कर्स्टी गिलमूर को कड़े संघर्ष में 21-19, 18-21, 21-15 से हराया। मैच के बाद साइना ने कहा कि यह केवल मैं ही जानती हूं कि मैं रियो में कैसे गई। मुझे लगता है कि मुझे वहां नहीं जाना चाहिए था। मुझे वाकई इस बात का अनुमान नहीं था कि यह चोट इतनी गंभीर हो सकती थी। मेरे माता-पिता और कोच के मुझ पर विश्वास ने मुझे वापसी करने में मदद की।
उल्लेखनीय है कि 2015 में पिछले संस्करण की रजत पदक विजेता साइना को ओलंपिक के बाद घुटने की सर्जरी करानी पड़ी थी जिसकी वजह से उनके प्रदर्शन में भी गिरावट देखी गई। साइना ने वापसी के लिए कड़ी मेहनत की जिसका परिणाम है कि वे इस वर्ष विश्व चैंपियनशिप में कम से कम पदक पक्का कर चुकी हैं। (वार्ता)