रियो ओलंपिक 2016 की ब्रॉंज मेडल विजेता साक्षी मलिक ने रोते हुए कुश्ती से संन्यास ले लिया। आज बृजभूषण शरण सिंह के विश्वासपात्र संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुन लिया गया। गौरतलब है कि साक्षी मलिक संजय सिंह को भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष के चुनाव लड़ने के खिलाफ खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के पास दूसरे पहलवान बजरंग पुनिया के साथ यह दरख्वास्त करने गई थी कि वह चुनाव ना लड़े लेकिन उनकी सिफारिश को नामंजूर कर दिया गया।
संजय सिंह के चुनाव जीतने के बाद साक्षी मलिक ने मीडिया के सामने अपना यह फैसला सुनाया। उनके साथ प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे बजरंग पुनिया उनके पास ही बैठे थे। फैसला सुनाने के बाद साक्षी मलिक के आंखो में आंसू थे। अब यह फैसला उन्होंने जल्दबाजी में लिया है और उसको वापस लेंगी या नहीं यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
हलवान साक्षी मलिक ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम 40 दिनों तक सड़कों पर सोए और देश के कई हिस्सों से बहुत सारे लोग हमारा समर्थन करने आए। अगर बृज भूषण शरण सिंह के बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी को कुश्ती संघ का अध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं कुश्ती छोड़ती हूं। हमारा समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद। लड़ाई पूरे दिल से लड़ी। अगर अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह जैसा आदमी ही रहता है तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं।”
संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं। संजय सिंह को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का करीब माना जाता है।