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सानिया शीर्ष पर बरकरार, पेस तीन स्थान उठे

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नई दिल्ली , सोमवार, 9 मई 2016 (18:03 IST)
नई दिल्ली। देश की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा मैड्रिड मास्टर्स टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में खिताब से भले ही चूक गई हों लेकिन वे सोमवार को ताजा जारी डब्ल्यूटीए विश्व टेनिस रैंकिंग में महिला युगल में अब भी अपने शीर्ष स्थान पर बरकरार हैं, वहीं अनुभवी लिएंडर पेस को चैलेंजर्स खिताब जीतने के बाद एटीपी युगल रैंकिंग में 3 स्थान का फायदा हुआ है, जो रियो ओलंपिक से पहले काफी मायने रखती है।सानिया और उनकी जोड़ीदार स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिंगिस मैड्रिड में फाइनल तक पहुंचीं लेकिन वे खिताब पाने से चूक गई थीं। यह सत्र में 5वां मौका था, जब दोनों खिलाड़ी खिताब से चूकी हों। हालांकि रैंकिंग में यह जोड़ी अब भी शीर्ष पर बनी हुई है। भारतीय खिलाड़ी सानिया और हिंगिस 12045 रेटिंग अंकों के साथ अपने नंबर एक स्थान पर बनी हुई हैं और फिलहाल कोई अन्य खिलाड़ी उन्हें शीर्ष से अपदस्थ करने के करीब नहीं है। 
 
इंडो-स्विस जोड़ी को स्टटगार्ट में भी उपविजेता बनकर ही संतोष करना पड़ा था। सानिया-हिंगिस की जोड़ी इस सत्र में सिडनी, ब्रिस्बेन, ऑस्ट्रेलियन ओपन और सेंट पीटर्सबर्ग में खिताब जीत चुकी है।
 
वहीं रैंकिंग में लगातार खिसक रहे भारत के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी पेस ने बुसान ओपन चैलेंजर डबल्स खिताब जीता जिससे उन्हें रैंकिंग में 3 स्थान का फायदा मिला है। यह पेस का 16 साल बाद पहला चैलेंजर डबल्स खिताब है। इसी के साथ पेस एटीपी पुरुष युगल रैंकिंग में 54वें स्थान पर पहुंच गए हैं। पेस को चैलेंजर खिताब जीतने से 110 अंकों का फायदा हुआ है और रियो ओलंपिक की कटऑफ से पहले यह बेहद है।
 
लेकिन भारत के रोहन बोपन्ना को 2 स्थान का नुकसान हुआ है। मैड्रिड ओपन में गत चैंपियन बोपन्ना और उनके जोड़ीदार फ्लोरिन मेर्जिया फाइनल में पराजित हो गए थे। बोपन्ना अब 13वें नंबर पर खिसक गए हैं। इस टूर्नामेंट में शुरुआती दौर में ही बाहर हो गए अनुभवी महेश भूपति को भी रैंकिंग में बड़ा फायदा हुआ है और वे सीधे 45 स्थान की छलांग लगाकर 169वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
 
एकल रैंकिंग में भी भारतीय पुरुष खिलाड़ियों को नुकसान हुआ है। यूकी भांबरी 7 स्थान गिरकर 129वें स्थान, साकेत मिनैनी 3 स्थान गिरकर 141वें, रामकुमार रामनाथन 1 स्थान गिरकर 240वें और सोमदेव देववर्मन 2 स्थान की गिरावट के साथ 316वें स्थान पर खिसक गए हैं। इसमें हालांकि सबसे बड़ी छलांग विष्णु वर्धन की रही है जिन्हें सीधे 43 स्थान का फायदा हुआ है। वे 406वीं रैंकिंग पर हैं। (वार्ता) 

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