मुंबई। मुंबई और पुणे की टीमों के कप्तान का मानना है कि अगले महीने शुरू होने वाली सुपर बॉक्सिंग लीग (एसबीएल) देश में खेल की प्रगति के लिए फायदेमंद होगी।
मुंबई असेसिन्स के कप्तान राम सिंह ने 2002 में मुक्केबाजी शुरू की और उसी साल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
पटियाला के रहने वाले राम सिंह ने कहा, यह (एसबीएल) भारतीय मुक्केबाजी के लिए अच्छा कदम है। हमें पैसा, नाम और पहचान मिलेगी। लीग में खेलने (विदेशी खिलाड़ियों के साथ और खिलाफ) से हमें काफी फायदे होंगे। पुणे की टीम मराठा योद्धास के कप्तान दीपक सिंह ने भी उनके साथ सहमति जताते हुए कहा कि लीग से खेल को घरेलू स्तर पर प्रगति करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, भारतीय मुक्केबाजों को फायदा होगा क्योंकि उन्हें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों से भिड़ने का मौका मिलेगा और वे अंतरराष्ट्रीय कोचों के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग लेंगे। एसबीएल से घरेलू स्तर पर प्रगति करने में मदद मिलेगी। (भाषा)