टोक्यो: भारतीय पैरा तैराक सुयश जाधव ने पैरालंपिक खेलों में बुधवार को यहां निराश किया जब पुरुष 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक एसबी7 फाइनल में नियम के उल्लंघन के लिए उन्हें डिस्क्वालीफाई कर दिया गया।(सांकेतिक तस्वीर)
एशियाई पैरा खेल 2018 में एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीतने वाले जाधव को विश्व पैरा तैराकी के नियम 11.4.1 का पालन नहीं करने के लिए डिस्क्वालीफाई कर दिया गया जिसके अनुसार, स्पर्धा की शुरुआत पर पहली ब्रेस्टस्ट्रोक किक से पहले और प्रत्येक लैप पर मुड़ने के समय सिर्फ एक बटरफ्लाई किक की स्वीकृति होगी।
लेकिन सुएश ने इस नियम का उल्लंघन कर दिया और वह हर टर्न के बाद एक से ज्यादा फ्लाई किक लगा रहे थे।
27 साल के जाधव ने लैप खत्म होने पर मुड़ने के बाद एक से अधिक फ्लाई किक मारी।वह शुक्रवार को 50 मीटर बटरफ्लाई एस7 स्पर्धा में हिस्सा लेंगे।
इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक कोलंबिया के सेरानो जराटे सीडी ने एक मिनट 12.01 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ समय के साथ जीता।
रजत पदक रूस पैरालंपिक समिति के इगोर इफ्रोसिनिना (एक मिनट 16.43 सेकेंड) और कांस्य पदक आस्ट्रेलिया के ब्लेक कोचरेन (एक मिनट 16.97 सेकेंड) ने जीता।
बीमारी के कारण 200 मीटर की रेस में नहीं ले पाए थे हिस्सा
जाधव सर्दी और गले में खराश के कारण शुक्रवार को अपनी पहली स्पर्धा 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले एसएम7 में हिस्सा नहीं ले पाए थे।
भारतीय दल के मिशन प्रमुख गुरशरण सिंह ने गुरुवार को कहा था कि जाधव मौसम बदलने से बीमार हो गए हैं और डॉक्टरों ने उन्हें शुक्रवार को प्रतिस्पर्धा नहीं पेश करने की सलाह दी है। उसकी कोविड-19 रिपोर्ट हालांकि नेगेटिव आई है।
गुरशरण ने कहा था, जाधव को ठंड लगी है और उसके गले में खराश है। डॉक्टरों ने कहा है कि उसे आराम करना चाहिए। इसलिए हमने फैसला किया है कि वह कल स्पर्धा में हिस्सा नहीं लेगा लेकिन वह अन्य दो स्पर्धाओं के लिए ठीक हो जाएगा। उन्होंने कहा, उसकी कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
करंट लगने के कारण 11 साल की उम्र में जाधव के दोनों हाथ कोहनी के नीचे से काटने पड़े थे। वह आज 100 मीटर ब्रेस्टस्ट्रोक एसबी7 में अयोग्य करार दिए गए हैं अब उनके पास तीन सितंबर को 50 मीटर बटरफ्लाई एस7 स्पर्धा में हिस्सा लेने का आखिरी मौका है।
जकार्ता में 2018 एशियाई पैरा खेलों में जाधव ने 50 मीटर बटरफ्लाई एस7 स्पर्धा में स्वर्ण और 200 मीटर व्यक्तिगत मेडले तथा 50 मीटर फ्रीस्टाइल एस7 स्पर्धा में रजत पदक जीते थे।