इस्तांबुल। तुर्की मुक्केबाजी महासंघ ने लंदन में ओलंपिक क्वालीफाईंग टूर्नामेंट के दौरान अपने तीन मुक्केबाजों और कोच के कोरोना वायरस के संक्रमण में आने पर गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) और स्थानीय आयोजकों को आड़े हाथों लिया।
लंदन में इस प्रतियोगिता में यूरोपीय देशों के लिए लगभग 350 पुरुष और महिला मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया था। यह यूरोप से टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का पहला मौका था।
तुर्की मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष इयुप गोजेक ने एएफपी से फोन पर कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति का मुक्केबाजी कार्यबल और लंदन की स्थानीय आयोजन समिति इस आयोजन के लिए जिम्मेदार है।
जब दिसंबर से इस महामारी के कारण पूरा विश्व सतर्क था तब उन्होंने ऐसा व्यवहार किया मानो कुछ हुआ ही न हो और टूर्नामेंट स्थगित नहीं किया।’
महासंघ ने इससे पहले कहा है कि लंदन में ओलंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में भाग लेने वाले राष्ट्रीय टीम के सदस्य सेरहाट गुलेर और ट्रेनर सैफुल्लाह डी कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजीटिव पाए गए हैं।
महासंघ ने बताया कि मुक्केबाजी टीम तीन मार्च को अभ्यास शिविर के लिए शेफील्ड गई थी और 11 मार्च को लंदन पहुंची। टीम के सभी सदस्य एक ही होटल में रूके थे और एक ही कैफे में खाते थे।
मुक्केबाजी के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट आईओसी करा रही है क्योंकि मुक्केबाकी की शीर्ष संस्था एआईबीए निलंबित है। तुर्की की टीम 17 मार्च को लौटी जब टूर्नामेंट बीच में ही रोक दिया गया। सभी सदस्यों ने खुद को अलग कर लिया था।