नई दिल्ली। केंद्रीय खेलमंत्री विजय गोयल ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष एन रामचंद्रन से बुधवार को मुलाकात करने के बाद ऐलान किया कि भारत भविष्य में एशियाई खेलों और बीच एशियाई खेलों की मेजबानी के लिए दावेदारी करेगा।
गोयल ने अपने निवास पर कहा, भारत अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी के लिए प्रतिबद्ध है। हम 2026 के एशियाई खेलों और 2019 के बीच एशियाई खेलों की मेजबानी के लिए गंभीर हैं और भविष्य में हम इनकी दावेदारी करेंगे।
आईओए के अध्यक्ष रामचंद्रन ने खेलमंत्री से उनके मंत्रालय में मुलाकात की। इस अवसर पर खेल सचिव इंजेटी श्रीनिवास और संयुक्त सचिव (खेल) इंदर धमीजा भी मौजूद थे। रामचंद्रन ने इस मुलाकात के दौरान खेलमंत्री को सुझाव दिया कि एशियाई ओलंपिक परिषद का क्षेत्रीय कार्यालय यहां खोला जाए और एशियाई खेलों तथा बीच एशियाड जैसे बहुराष्ट्रीय खेलों की मेजबानी की जाए।
खेलमंत्री गोयल ने इन बातों पर सहमति जताई और फिर बाद में अपने निवास पर कहा हम खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए हम इन दो बड़े खेल आयोजनों की मेजबानी करेंगे।
गोयल ने साथ ही बताया कि उन्होंने रामचंद्रन से इस बात को लेकर गहरी नाराजगी जताई कि राष्ट्रीय खेलों का नियमित अंतराल पर आयोजन नहीं हो रहा है और गोवा में होने वाले राष्ट्रीय खेलों में हो रहे विलंब को लेकर तुरंत कार्रवाई की जाए।
रामचंद्रन ने खेलमंत्री को आश्वासन दिया कि वह जल्द ही पंजिम का दौरा करेंगे और गोवा सरकार के मुख्य सचिव से मुलाकात कर राष्ट्रीय खेलों का जल्द से जल्द आयोजन सुनिश्चित करेंगे।
खेलमंत्री ने साथ ही आईओए को निर्देश दिया कि वह राष्ट्रीय खेल महासंघों के विवादों को सुलझाने के लिए जल्द कदम उठाए ताकि भारत में ओलंपिक आंदोलन को गंभीरता के साथ आगे ले जाया जा सके। उन्होंने कहा ओलंपिक आंदोलन के लिए देश में खेलों को ग्रास रूट स्तर तक ले जाना बहुत जरूरी है और इसके लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
गोयल और रामचंद्रन के बीच बैठक में इस बात को लेकर भी फैसला किया गया कि आईओए हर दो महीने में सरकार के साथ बैठक करेगा और इस दौरान खेलों के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी सरकार को देगा।
इंग्लैंड में चार जून को भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित चैंपियंस ट्रॉफी मुकाबले के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने साफ शब्दों में कहा मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता रहेगा, कश्मीर में अपनी हरकतें करता रहेगा और सीमा पर तनाव पैदा करता रहेगा तब तक उसके साथ द्विपक्षीय खेल संबंध किसी भी हाल में नहीं हो सकते।
खेलमंत्री ने कहा, हालांकि द्विपक्षीय सीरीज पर हमारा नियंत्रण है लेकिन जहां तक बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट का संबंध है, उस पर हमारा नियंत्रण नहीं है। बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में टीम के खेलने या नहीं खेलने का कोई भी फैसला खेल मंत्रालय नहीं करता, बल्कि इसका फैसला विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के हाथ में रहता है। वे ही तय करते हैं कि भारत को ऐसे टूर्नामेंटों में पाकिस्तान के साथ खेलना चाहिए या नहीं?
डोपिंग के मामले पर भी गोयल ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए कहा डोपिंग पर हमारा मंत्रालय बहुत सख्त है। हमारा कोई भी केस देश से बाहर नहीं गया है। हमने उसको अपने देश के अंदर ही निपटाया है। हम डोपिंग पर नियंत्रण लगाने के लिए इसे आपराधिक मामला बना रहे हैं।
खेल मंत्री ने कहा इसका मतलब यह नहीं कि हम लोगों को जेल भेज देंगे बल्कि हम खिलाड़ियों के मन में यह डर बैठाना चाहते हैं कि यदि वे प्रतिबंधित दवाओं का इस्तेमाल करेंगे तो उन्हें गहरा नुकसान उठाना होगा। ऐसे सख्त कदम उठाकर ही हम डोपिंग पर रोक लगा सकते हैं। (वार्ता)