नई दिल्ली। विनेश फोगाट को फिर से जापानी पहलवान मायू मुकेदा से शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे वह स्वर्ण पदक की दौड़ से बाहर हो गई जबकि साक्षी मलिक शुक्रवार को यहां एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में सेमीफाइनल जीतकर खिताब की दौड़ में बनी हुई हैं।
विनेश को 2019 में मुकेदा से 2 बार विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई चैम्पियनशिप में हार का सामना करना पड़ा था। यहां भी यही सिलसिला जारी रहा और यह भारतीय फिर से जापानी खिलाड़ी के मजबूत डिफेंस को तोड़ने में जूझती रही।
शुरुआती पीरियड में विनेश ने कई बार पैर से आक्रमण करने की कोशिश की लेकिन हर बार मुकेदा ने उनके प्रयास विफल किए और घरेलू प्रबल दावेदार पहलवान पर दबदबा बनाकर जीत हासिल की।
पिछली दो भिड़ंत में विनेश 2019 की विश्व रजत पदकधारी के खिलाफ एक भी अंक नहीं जुटा सकी थीं, हालांकि इस बार वह उन्हें गिराकर अंक हासिल करने में सफल रहीं लेकिन 2-6 से हार गई।
अब विनेश कांस्य पदक के लिए वियतनाम की थि ली कियू के सामने होंगी। हालांकि दर्शकों को उनसे काफी उम्मीदें लगी हुई थीं। रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक शुरुआती दौर में जापान की नाओमी रूइके से 1-2 से हार गई थीं लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए 2 कमजोर प्रतिद्वंद्वियों को पस्त किया और गैर ओलंपिक 65 किग्रा वर्ग के फाइनल में पहुंचीं।
उन्होंने कोरिया की ओहयंग हा पर तकनीकी दक्षता से जीत हासिल की। उज्बेकिस्तान की नाबीरा इसेनबाएवा के खिलाफ सेमीफाइनल में वह 5-0 से आगे चल रही थीं लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी ने लगातार 2 अंक हासिल कर स्कोर 5-4 कर दिया।
लेकिन वह इस मामूली बढ़त को अंत तक कायम रखकर जीत हासिल करने में कामयाब हुईं। वहीं भारत की युवा सोनम मलिक (62 किग्रा) और अंशु मलिक (57 किग्रा) भी पदक की दौड़ में बनी हुई हैं।
ट्रायल्स में साक्षी को हराने वाली सोनम ने कोरिया की हानबिट ली पर शानदार जीत से प्रभावित किया। उन्हें हालांकि विश्व कांस्य पदक विजेता युकाको कवई से 2-5 की हार मिली।
अब वह कांस्य पदक के लिए ऐसुलू टाइनबेकोवा से भिड़ेंगी। अंशु मलिक ने अपना अभियान किर्गिस्तान की नरेडा अनारकुलोवा पर तकनीकी श्रेष्ठता से मिली जीत से शुरू किया। लेकिन उन्हें मौजूदा विश्व चैम्पियन जापान की रिसकाओ कवई से हार मिली।