डोंगाए सिटी (कोरिया)। गत चैंपियन भारतीय हॉकी टीम 5वें महिला एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में रविवार को अपने अभियान की शुरुआत विश्व के 12वें नंबर की मजबूत जापानी टीम के खिलाफ करेगी।
रानी रामपाल की अनुपस्थिति में सीनियर महिला टीम की कमान संभाल रही डिफेंडर सुनीता लाकड़ा और उपकप्तान सविता ने जापानी टीम के खिलाफ अच्छे परिणाम का भरोसा जताया है, हालांकि भारत को पिछले मुकाबलों में जापान से कड़ी टक्कर झेलनी पड़ी है।
वर्ष 2013 एशियन चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारतीय टीम को जापान से हार झेलनी पड़ी थी। वर्ष 2016 के संस्करण में हालांकि भारतीय महिलाओं ने पूल चरण में जापान के साथ 2-2 से ड्रॉ खेला था और फाइनल में चीन को हराकर खिताब अपने नाम किया था। गत वर्ष भी भारत को हॉकी वर्ल्ड लीग के तीसरे राउंड में जापान के हाथों 0-2 से हार मिली थी। लेकिन भारतीय महिलाओं ने इसका बदला फिर एशिया कप में चुकता किया और टूर्नामेंट की मेजबान तथा गत चैंपियन जापान को पराजित किया।
भारत और जापान के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए निश्चित ही रविवार को दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद की जा सकती है। 27 वर्षीय कप्तान सुनीता ने मैच को लेकर कहा कि हमें जापान से हमेशा ही मुश्किल चुनौती मिली है। हम मैच की शुरुआत में ही विपक्षी टीम की रक्षापंक्ति को तोड़ने की कोशिश करेंगे।
भारतीय टीम ने शुक्रवार को अपने अभ्यास मैच में मलेशिया को 6-0 से पराजित किया था और उद्घाटन मैच में जापान के खिलाफ वह ऊंचे मनोबल के साथ उतरेगी। सुनीता ने कहा कि हमने राष्ट्रमंडल खेलों में भी ऊंची रैंक टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है जिससे हमारा हौसला बढ़ा है। हम टूर्नामेंट में कमजोर टीम के तौर पर नहीं उतर रहे हैं। हम हर मैच में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खेलेंगे। अभ्यास मैच से भी हमें मजबूती मिली है। (वार्ता)