मुम्बई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले अधिकतर विदेशी बाजारों से मिली गिरावट की खबरों के बीच वित्त, बैंकिंग, रिएल्टी और ऑटो कंपनियों में हुई भारी बिकवाली के दबाव में घरेलू शेयर बाजार सोमवार को लगातार पांचवें दिन गिरावट में बंद हुए।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 536.58 अंक फिसलकर 9 जुलाई के बाद के निचले स्तर 36,305.02 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 168.20 अंक टूटकर 10 जुलाई के बाद पहली बार 11 हजार अंक से नीचे 10,974.90 अंक पर बंद हुआ। इन पांच दिनों में सेंसेक्स 1,785.62 अंक और निफ्टी 540.30 अंक लुढ़क चुका है, जिससे निवेशकों को बड़ी चपत लगी है।
गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को लेकर फैली अफवाह के कारण पिछले सप्ताह शुक्रवार को गिरावट में रहे सेंसेक्स की शुरुआत 83.12 अंक की बढ़त के साथ 36,924.72 अंक पर हुई, लेकिन थोड़ी ही देर में बाजार में धारणा नकारात्मक हो गई। डॉलर की तुलना में रुपए की गिरावट और वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों ने पूरे कारोबार के दौरान दबाव बनाए रखा।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने एनबीएफसी के संबंध में निवेशकों की आशंकाओं को दूर करने के लिए बयान भी दिया, लेकिन इसका कोई भी असर बाजार पर नहीं दिखा। जेटली ने कहा कि सरकार एनबीएफसी, म्युचुअल फंडों और लघु एवं मध्यम उद्यमों (एसएमई) को पर्याप्त ऋण उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में हरसंभव प्रयास कर रही है।
इससे पहले रिजर्व बैंक और पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने भी रविवार को अलग-अलग बयान जारी कर निवेशकों को आश्वस्त करने की कोशिश की थी कि वित्त बाजार में हो रही गतिविधियों पर वे करीबी नजर रखे हुए हैं और आवश्यकता होने पर त्वरित पहल की जाएगी।
शुरुआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स 36,945.50 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर तक पहुंचा, लेकिनएनबीएफसी को लेकर पहले से ही आशंकित निवेशक अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में दो फीसदी से अधिक की तेजी आने तथा रुपए की गिरावट से और अधिक हतोत्साहित हो गए। बिकवाली से सेंसेक्स 36,216.95 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़क गया। अंतत: यह गत दिवस की तुलना में 1.46 प्रतिशत की गिरावट में 36,305.02 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से मात्र पांच कंपनियां हरे निशान में रहीं जबकि ओएनजीसी के शेयरों की कीमतों में टिकाव रहा। शेष 24 कंपनियां लाल निशान में रहीं। निफ्टी की शुरुआत भी 21.30 अंक की तेजी के साथ 11,164.40 अंक से हुई। कारोबार के दौरान 11,170.15 अंक के दिवस के उच्चतम और 10,943.60 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस की तुलना में 1.51 फीसदी की गिरावट में 10,974.90 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी की 50 में से 41 कंपनियां गिरावट में और अन्य नौ तेजी में रहीं। दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा छोटी और मझोली कंपनियों को अधिक दबाव झेलना पड़ा। बीएसई का मिडकैप 2.40 प्रतिशत यानी 374.44 अंक टूटकर 15,221.19 अंक पर और स्मॉलकैप 2.72 प्रतिशत यानी 429.34 अंक फिसलकर 15,333.76 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,817 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 168 कंपनियों के शेयर अपरिवर्तित रहे जबकि 2,111 में गिरावट और 538 में तेजी रही। (वार्ता)