मुंबई। शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स लगातार पांच दिन की भारी गिरावट के बाद मंगलवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 347 अंक की बढ़त पर रहा। बैंकिंग तथा एफएमसीजी कंपनियों में चुनिंदा लिवाली के समर्थन से सेंसेक्स में यह सुधार आया।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स उथल-पुथल भरे कारोबार में 347.04 अंक यानी 0.96 प्रतिशत मजबूत होकर 36,652.06 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह ऊपर में 36,705.79 और नीचे में 36,064.10 अंक तक गया। पिछले पांच सत्रों में सेंसेक्स कुल मिलाकर 1,785.62 अंक गिरा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 100.65 अंक यानी 0.91 प्रतिशत मजबूत होकर 11,067.45 अंक पर पहुंच गया।
हाल ही में गिरावट में रहे फार्मा, बैंकिंग और एफएमसीजी क्षेत्रों में चुनिंदा लिवाली से घरेलू बाजार पांच दिनों की नरमी से उबरने में कामयाब रहे। एशियाई बाजारों के मिश्रित संकेतों तथा यूरोपीय बाजारों की तेजी ने लिवाली को बढ़ावा दिया। ब्रोकरों ने कहा कि अमेरिका और चीन द्वारा एक-दूसरे के लिए खिलाफ और भी वस्तुओं पर नया शुल्क लगाए जाने तथा कच्चे तेल के चार साल के उच्च स्तर पर पहुंच जाने से वैश्विक वृद्धि के प्रति चिंता बढ़ी है और शेयर बाजार सहमे हुए हैं।
यही करण है कि बाजार में धारणा कमजोर थी और दिन में प्रमुख सूचकांकों में उथल-पुथल थी। निवेशक का ध्यान चुनिदा कंपनियों तक ही केंद्रित दिखा। रुपया भी शुरुआती गिरावट से उबरकर पांच पैसे की तेजी के साथ 72.58 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ। शुरुआती आंकड़ों के अनुसार, इस बीच सोमवार को घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 1,527.67 करोड़ रुपए के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की। हालांकि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक 523.94 करोड़ रुपए के शुद्ध बिकवाल रहे। (भाषा)