मुंबई। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के साथ ही चीन के अमेरिका और यूरोप के स्टील के कुछ उत्पादों पर डंपिंग शुल्क में भारी बढ़ोतरी करने से व्यापार तनाव के बढ़ाने की आशंका में हुई तीव्र बिकवाली से शुक्रवार को सेंसेक्स 289.29 अंक और नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 90.75 अंक लुढ़ककर बंद हुआ।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 289.29 अंक फिसलकर 39452.07 अंक पर पर आ गया और एनएसई का निफ्टी 90.75 अंक गिरकर 11823.30 अंक पर बंद हुआ। मझौली कंपनियों पर बिकवाली का दबाव अधिक दिखा, जिससे बीएसई का मिडकैप 1.02 प्रतिशत लुढ़ककर 14720.99 अंक पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 0.75 प्रतिशत उतरकर 14365.93 अंक पर रहा।
ओमान की खाड़ी में तेल टैंकरों पर हुए हमले के बाद से कच्चे तेल की कीमतों में उबाल आ गया है। तेल परिवहन के इस मुख्य मार्ग पर हुए हमले से अधिकांश देशों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि इससे तेल परिवहन प्रभावित होने की आशंका है। ऐसी स्थिति में तेल की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है।
इसके अतिरिक्त चीन ने अमेरिका और यूरोप के स्टील ट्यूब और पाइप उत्पादों पर शुल्क में भारी बढ़ोतरी कर दी है, जिससे इनके बीच व्यापार तनाव के और अधिक बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इसका वैश्विक बाजार पर नकारात्मक असर दिख रहा है।