मुंबई। वैश्विक स्तर से मिले कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर इस वर्ष जनवरी में खुदरा महंगाई के बढ़कर 6 वर्ष के उच्चतम स्तर पर पहुंचने और दिसंबर 2019 में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में गिरावट आने का असर गुरुवार को शेयर बाजार पर दिखा। इसके कारण बीएसई का सेंसेक्स 106 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 27 अंक उतर गया।
बीएसई का सेंसेक्स 106.11 अंक उतरकर 41,459.79 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 26.55 अंक फिसलकर 12,174.65 अंक पर रहा। बीएसई में दिग्गज कंपनियों की तुलना में मझौली कंपनियों में बिकवाली का दबाव कुछ कम रहा, जिससे बीएसई का मिडकैप 0.01 प्रतिशत उतरकर 15,786.76 अंक पर रहा, जबकि स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत चढ़कर 14,741.72 अंक पर पहुंच गया।
बीएसई के अधिकांश समूह गिरावट में रहे, जिसमें बैंकिंग में सबसे अधिक 0.94 प्रतिशत की कमी आई। बढ़त में रहने वाले समूहों में स्वास्थ्य 1.06 प्रतिशत, आईटी 0.88 प्रतिशत, सीडी 0.95 प्रतिशत और टेक 0.81 प्रतिशत शामिल हैं।
बीएसई में कुल 2,643 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिसमें से 1,424 लाल निशान में और 1,059 हरे निशान में रहीं, जबकि 160 में कोई बदलाव नहीं हुआ। विदेशों से कमजोर संकेत मिले। अमेरिका के लगभग सभी प्रमुख सूचकांक हरे निशान में खुले। यूरोप और एशिया के प्रमुख सूचकांकों पर दबाव देखा गया।
ब्रिटेन का एफटीएसई 1.33 प्रतिशत, जापान का निक्की 0.14 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.34 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.24 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.71 प्रतिशत उतर गया, जबकि जर्मनी का डैक्स 0.89 प्रतिशत चढ़ गया।